पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। 15 साल की एक हिंदू लड़की चंदा महाराज के मामले में नई जानकारी सामने आई है। उसका पिछले साल 12 अगस्त को सिंध के हैदराबाद के फतेह चौक इलाके से अपहरण कर लिया गया था। वह अपनी बहन के साथ घर से जा रही थी। चंदा का अपहरण एक मुस्लिम शमन मैगसी बलूच नाम के युवक ने किया था। पुलिस ने उसको कराची के एक किराए के मकान से बरामद किया था। उसका जबरन धर्म परिवर्तन किया गया था। मामले को 6 महीने बीत चुके हैं इसके बाद भी चंदा को उसकी मां से नहीं मिलने दिया जा रहा है, जबकि अपहरणकर्ता शमन उससे शेल्टर होम दो बार मिल चुका है। चंदा की मां का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपनी बेटी से मिलने के लिए मदद करने की गुहार लगा रही हैं, लेकिन पाकिस्तान के अंधे प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
दरअसल, लड़की नाबालिग होने के बावजूद भी कराची की अदालत ने किडनैपर शमन के पक्ष में फैसला सुनाया था और धर्मपरिवर्तन व विवाह को वैध करार दिया था। साथ ही साथ चंदा को शमन के साथ भेजने का आदेश दे दिया था। कोर्ट में चंदा ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा था कि अपहरण के बाद उसे कराची ले जाया गया और जबरन इस्लाम कबूल कराया गया। इसके बाद बार-बार यौन और शारीरिक शोषण किया गया। कोर्ट ने चंदा महाराज को कराची के शेल्टर होम में भेज दिया था, जबकि आरोपी शमन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। कोर्ट ने चंदा को माता-पिता के साथ जाने की अनुमति नहीं दी थी। इस दौरान वह कोर्ट में ही माता-पिता के पास दौड़कर पहुंच गई थी और गला पकड़कर जोर-जोर से रोने लग गई थी। इस बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आने के बाद कोर्ट ने अपने फैसले को थोड़ा बदल किया था। उसने चंदा को सेफ हाउस जाने का आदेश दिया था और मेडिकल रिपोर्ट मांगी थी। चंदा महाराज की मां ने कहा था कि उन्हें सिस्टम पर भरोसा नहीं है।