नई दिल्ली। भारत ने कहा है कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास से सैनिकों और सैन्य साजो-सामान को पीछे हटाये जाने के संबंध में चीन के साथ बातचीत जारी रहेगी और दोनों पक्ष राजनीतिक नेतृत्व के मार्गदर्शन में परस्पर स्वीकार्य समाधान पर पहुंचने की दिशा में काम करेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने आज यहां वर्चुअल मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच सोमवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा पर टकराव के सभी क्षेत्रों से सैनिकों को पीछे हटाने के उपायों पर सातवें दौर की बातचीत हुई।
उन्होंने कहा कि यह बातचीत सकारात्मक और रचनात्मक रही। दोनों पक्षों ने एक दूसरे की स्थिति को अच्छे से समझा है। सैनिकों के पीछे हटाने की प्रक्रिया जटिल है और इसमें दोनों पक्षों द्वारा अपनी सीमा में नियमित चौकियों पर सैनिकों की तैनाती किया जाना शामिल है। ’’भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में पिछले पांच महीने से सैन्य गतिरोध बना हुआ है। भारत चाहता है कि चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा पर टकराव के सभी क्षेत्रों से अपने सैनिकों को पीछे हटाये जबकि चीन पेगोंग झील के दक्षिण में तैनात भारतीय सैनिकों के पीछे हटने की मांग कर रहा है।