मुंबई। जी-20 के नेताओं ने पिछले हफ्ते महामारी के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होकर मुकाबला करने का वादा किया था। उन्होंने कहा था कि वे व्यापक मंदी से बचने के लिए वैश्विक अर्थव्यवस्था में 5,000 अरब डॉलर डालेंगे। मेजबान सऊदी अरब ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी और इसके मानवीय तथा आर्थिक असर पर एकजुट होकर प्रतिक्रिया देने के लिए मंत्री और गवर्नर दूसरी बार साथ विचार-विमर्श करेंगे।
सऊदी अरब इस समय जी-20 का अध्यक्ष भी है। इससे पहले समूह के आपातकालीन शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शामिल हुए, जिसकी अध्यक्षता सऊदी अरब के किंग सलमान ने की। इस बैठक में रियाद और मास्को को बीच तेल की कीमतों को लेकर जारी लड़ाई को खत्म करने की कोशिश हुई।
वहीँ दूसरी तरफ सऊदी अरब ने एलान किया है कि कोरोना मरीज को नि: शुल्क उपचार किया जाएगा। किंगडम के स्वास्थ्य मंत्री डॉ तौफीक बिन फावजान अल-रबिया ने सोमवार को रियाद में एक संवाददाता सम्मेलन में किंग के आदेश की घोषणा की।
उन्होंने कहा की 'यह इंसान और नैतिक दृष्टिकोण को दर्शाता है कि राज्य इस महामारी से निपटने कैसे काम कर रहा है! राजा सलमान KSA में सभी COVID पीड़ितों के लिए मुफ्त इलाज का आदेश देते हैंउन्होंने कहा की यह दर्शाता है कि सऊदी अरब के लिए सबसे कीमती इंसान है, और इसलिए हमने ये फैसला लिया है । बता दें की सऊदी अरब में वायरस पीड़ितों की संख्या सोमवार को 1,453 तक पहुंच गई, जिसमें 8 लोगों की मौत हो गई।