प्रयागराज। प्रयागराज में बहुचर्चित माफिया अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड के 3 शूटरों की आज सीजेएम कोर्ट में पेशी होगी। 15 अप्रैल को देर शाम को कॉल्विन हॉस्पिटल के गेट पर माफिया अतीक अहमद, उसके छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की पुलिस कस्टडी के दौरान 3 शूटरों ने गोलीमार कर हत्या कर दी थी। घटना स्थल पर ही तीनों शूटरों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। प्रयागराज के सीजेएम कोर्ट में 25 मई गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए तीनों अभियुक्तों की पेशी हुई थी। कोर्ट ने सुनवाई के बाद 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा और बढ़ा दी थी, जिसकी अवधि 7 जून यानी आज खत्म हो रही है।
अतीक अहमद, अशरफ हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी बुधवार को कोर्ट में हत्यारोपियों की रिमांड बढ़ाने की अपील कर सकती है। इससे पहले भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से 12 मई को शनिवार को सीजेएम कोर्ट में तीनों आरोपियों की पेशी हो चुकी है। माफिया अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड के आरोपी लवलेश तिवारी, सनी सिंह, अरुण मौर्य न्यायिक अभिरक्षा के तहत प्रतापगढ़ जेल में बंद हैं। सीजीएम न्यायाधीश दिनेश गौतम की कोर्ट में सुरक्षा कारणों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अभियुक्तों की पेशी की जा रही है। इससे पहले 12 मई और 29 अप्रैल को भी कोर्ट के आदेश पर तीनों अभियुक्तों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी हो चुकी है। इसमें भी क्रमशः जुडिशल रिमांड को 14-14 दिन के लिए बड़ाई गई थी। 25 मई को भी वीसी के माध्यम से ही तीनों आरोपियों की पेशी हुई थी।
15 अप्रैल को घटनास्थल काल्विन हॉस्पिटल में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने वाले तीनों शूटर्स को 16 अप्रैल को रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के बाद जुडिशल कस्टडी में सेंट्रल जेल नैनी भेजा गया था। सुरक्षा कारणों से इन तीनों अभियुक्तों दूसरे दिन 17 अप्रैल को सेंट्रल जेल नैनी से प्रतापगढ़ जेल के लिए शिफ्ट कर दिया गया था। 19 अप्रैल को भारी सुरक्षा बंदोबस्त के साथ पुलिस ने प्रतापगढ़ जिला जेल से कस्टडी रिमांड के लिए सीजेएम कोर्ट में पेश किया था। सीजेएम कोर्ट ने 4 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर की थी। रविवार 23 अप्रैल को दोपहर 2 बजे कस्टडी रिमांड खत्म हुई तो 3 घंटे पहले ही तीनों अभियुक्तों को प्रतापगढ़ जेल पहुंचा दिया गया था।
गौरतलब है कि कोर्ट के आदेशानुसार 4 दिन की पुलिस कस्टडी में एसआईटी जांच टीम, न्यायिक जांच आयोग द्वारा पूछताछ की जा चुकी है। फिरहाल अभी तक तीनों शूटरों से जांच टीम यह पता नहीं लगा पाया है कि शूटरों की संख्या कितनी थी और इस साजिश के पीछे किसका हाथ था। प्रयागराज के मोतीलाल मंडली चिकित्सालय काल्विन हॉस्पिटल में 15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद और अशरफ धूमनगंज पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान मेडिकल परीक्षण के लिए लाई थी। गेट से अंदर लाते समय देर शाम करीब 10:35 पर 3 शूटर्स ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
सीजेएम कोर्ट के द्वारा तीनों आरोपियों की कस्टडी रिमांड मिलने के बाद पुलिस उन्हें भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रयागराज पुलिस लाइन्स लाई थी। एसआईटी टीम ने 19 अप्रैल दोपहर 2 बजे से कस्टडी रिमांड में अतीक अहमद और अशरफ के हत्याकांड के तीनों शूटरों से पूछताछ शुरू की थी। कस्टडी रिमांड के दौरान पुलिस को शूटरों ने अपना पता-ठिकाना बताया, लवलेश तिवारी बांदा, अरुण मौर्या कासगंज, सनी सिंह उर्फ पुराने हमीरपुर के रहने वाले हैं। तीनों का आपराधिक इतिहास भी रहा है। फिलहाल पुलिस इनपुट से ऐसा लगता है कि शूटरों से पूछताछ में एसआईटी टीम को कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी। मौके पर बरामद 3 पिस्टल, होटल जहां ठहरे थे, दो मोबाइल बिना सिम के, एक डायरी समेत कुछ अन्य मोबाइल नंबर मिले थे।