नई दिल्ली। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह की हालत खराब है। इस रिपोर्ट के आने बाद समूह की कंपनियों के मार्केट वैल्यूएशन में तेजी से कमी आई है, और अब इसी के चलते मूडीज ने अडानी ग्रुप की 4 कंपनियों की रेटिंग में कमी कर दी है। उद्योगपति गौतम अडानी के अडानी समूह की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से समूह की लिस्टेड कंपनियों के शेयर में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। अब इसी के चलते मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने समूह की 4 कंपनियों के रेटिंग आउटलुक को घटा दिया है। अडानी ग्रुप की कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन में भारी गिरावट के चलते मूडीज ने अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, अडानी ग्रीन रिस्ट्रिक्टिड ग्रुप, अडानी ट्रांसमिशन स्टेप-वन और अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड को अब निगेटिव रेटिंग आउटलुक के तहत रखा है।
मूडीज ने अडानी ग्रुप की जिन कंपनियों के रेटिंग आउटलुक को अब ‘निगेटिव’ किया है, पहले उनके लिए रेटिंग आउटलुक ‘स्टेबल’ था। इस पर मूडीज का कहना है कि हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में धोखाधड़ी और हेरफेर के आरोपों के बाद समूह की कंपनियों के मार्केट वैल्यूएशन में भारी गिरावट आई है, जिसके मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। अमेरिका की शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप को भारी नुकसान पहुंचाया है। रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर स्टॉक मैन्यूपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड करने जैसे आरोप लगाए गए हैं। वहीं कॉरपोरेट गवर्नेंस के मामले में कंपनी की कई कमियों को उजागर किया गया है। 24 जनवरी को आई इस रिपोर्ट के बाद समूह की कंपनियों के शेयर प्राइस काफी नीचे आ गए हैं।