श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में बांदीपोरा-गुरेज राजमार्ग के दो महीने से अधिक समय से बंद रहने के कारण सीमावर्ती क्षेत्रों के स्कूलों में सर्दियों की छुट्टियों के बाद शिक्षक अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंच सके हैं जिससे निपटने के लिए स्थानीय लोगों ने शिक्षकों को हेलिकॉप्टर से विद्यालयों में पहुंचाने की मांग की है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से तीन ओर से घिरे हुए गुरेज इलाके के लोगों ने बांदीपुरा से शिक्षकों को हेलीकॉप्टर से वहां पहुंचाने की मांग की है ताकि इस इलाके के छात्रों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
जिला मुख्यालय बांदीपोरा को नियंत्रण रेखा के पास के गांवों से जोड़ने वाले राजदान दर्रे के बंद होने के कारण अधिकतर शिक्षक यहां नहीं पहुंच सके हैं। ग्रामीणों ने कहा कि गुरेज में अजमर्ग के स्कूल में कोई शिक्षक नहीं पहुंच सका है जिससे छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सर्दियों में बांदीपोरा-गुरेज राजमार्ग राजदान दर्रे समेत पूरे राजमार्ग पर 10 से 12 फुट बर्फ जमा होने के कारण लगभग चार महीनों के लिए बंद रहता है। सर्दियों की छुट्टियां समाप्त होने के बाद सोमवार को कश्मीर घाटी के सभी स्कूल खुल गये थे। इस बीच कुपवाड़ा और कुलगाम में स्कूल खुलने के बाद ड्यूटी पर नहीं पहुंचने पर 65 शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया था।