नई दिल्ली। कोविड-19 वायरस के बाद पुरुष क्रिकेट की तो वापसी हो गई है, मगर अभी तक महिला क्रिकेट की वापसी नहीं हो पाई है और अब बीसीसीआई इसकी वापसी के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो अगले महीने महिला क्रिकेट की वापसी हो सकती है। फरवरी में महिला घरेलू सीजन प्रारम्भ होगा। जबकि घरेलू सीजन के बाद बीसीसीआई श्रीलंका और साउथ अफ्रीका के साथ सीरीज का आयोजन करवाना चाहता है, इसके बाद दोनों बोर्ड के साथ उसकी वार्ता भी जारी है।
हिंदुस्तान का घरेलू सत्र Covid-19 महामारी के कारण प्रारम्भ नहीं हो सका, लेकिन महीनों के इन्तजार के बाद सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी से इसकी आरंभ हुई। टूर्नामेंट बायो-बबल में खेला जा रहा है। रविवार को इस मीटिंग में रणजी ट्रॉफी पर निर्णय होने की आशा थी, लेकिन सदस्यों के बीच सर्वसम्मति नहीं बन सकी, जबकि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस प्रतिष्ठित प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट को आयोजित करने के पक्ष में थे।
बीसीसीआई के ऑफिसर ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई-भाषा से बोला कि अध्यक्ष रणजी ट्रॉफी कराने के पक्ष में थे, लेकिन कुछ अन्य ऐसा नहीं चाहते थे बल्कि वे विजय हजारे ट्रॉफी के आयोजन के पक्ष में थे। परिचालन टीम को रणजी ट्रॉफी के लिए ‘लॉजिस्टिक्स’ पर कार्य करने के लिए बोला गया है, जो मौजूदा परिस्थितियों में निश्चित रूप से अधिक बड़ी चुनौती है। उन्होंने बोला कि या तो रणजी ट्रॉफी का आयोजन होगा या फिर विजय हजारे ट्रॉफी का और इसका निर्णय इस सप्ताह के अंत तक हो जाएगा। आईपीएल के मार्च-अप्रैल की विंडो में खेले जाने की आशा है तो बोर्ड को प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट के लिए ‘स्लॉट’ ढूंढने में कठिनाई हो रही है।
स्त्रियों के क्रिकेट पर लंबी चर्चा की गई। बीसीसीआई ने राष्ट्रीय महिला टीम के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट बहाल करने के लिए श्रीलंका और साउथ अफ्रीका से बात की है, क्योंकि पिछले वर्ष मार्च में टी20 विश्व कप के बाद से खिलाड़ियों ने क्रिकेट नहीं खेला है। यह घरेलू सीरीज होगी और इसके फरवरी में खेले जाने की आशा है। ऑफिसर ने बोला कि स्त्रियों के लिए पूर्ण घरेलू सत्र की आसार है और हमारी अंतर्राष्ट्रीय स्टार खिलाड़ियों के लिए अंतत: कुछ क्रिकेट होगा, जिसमें श्रीलंका और साउथ अफ्रीका की टीमें हिंदुस्तान आ रही हैं।