इंदौर। अर्जुन अवार्डी पहलवान कृपाशंकर ने सरकार को खेल कोचिंग में डिप्लोमा पात्रता और प्रवेश मानदंड के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भेजे हैं। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के नेताजी सुभाष नेशनल इंस्टीट्यूट पटियाला ने एक परिपत्र जारी कर देश के खिलाड़ियों से खेल कोचिंग में डिप्लोमा के लिए पात्रता, पाठ्यक्रम और प्रवेश मानदंड में बदलाव के लिए सुझाव मांगे थे जिस पर इंदौर के अर्जुन अवार्डी कुश्ती कोच और पहलवान कृपाशंकर बिश्नोई ने साई को तीन मुख्य और पांच अतिरिक्त सुझाव दिए हैं। साई ने बुधवार को कहा था कि 46 जाने-माने खिलाड़ियों को पटियाला के राष्ट्रीय खेल संस्थान (एनआईएस) के प्रतिष्ठित डिप्लोमा कोचिंग कोर्स में सीधे प्रवेश मिलेगा। नयी दाखिला नीति के तहत सीटों की संख्या में इजाफा किया गया है जबकि परीक्षा की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी।
इस नीति को एनआईएस की शैक्षिक परिषद ने स्वीकृति दी है और संबंधित हितधारकों से इस पर प्रतिक्रिया और सुझाव मांगे है। गौरतलब है कि साई के अनुसार प्रस्ताव दिया गया है कि ओलंपिक, विश्व चैंपियनशिप और एशिया/राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा लेने वाले या स्वर्ण पदक जीतने वाले जाने-माने खिलाड़ियों को इस पाठ्यक्रम में अब सीधे प्रवेश दिया जाएगा।
उन्हें लिखित परीक्षा या साक्षात्कार नहीं देना होगा। इनके लिए पात्रता नियमों में भी बदलाव करते हुए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता को अब 10वीं तक कर दिया गया है। एनआईएस की अधिसूचना के अनुसार कोचिंग डिग्री के लिए न्यूनतम आयु पहले के 23 साल की तुलना में अब 21 साल होगी।