बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारामैया ने केन्द्र सरकार से बाढ़ की भयावह स्थिति को ‘राष्ट्रीय आपदा’ घोषित करने और स्थिति से निपटने के लिए तत्काल राहत कोष जारी करने का आग्रह किया है। सिद्दारामैया ने राजाराजेश्वरी विधानसभा सीट में अपने चुनाव अभियान के इतर संवाददाताओं से बातचीत में उत्तरी कनार्टक के कई हिस्सों में बाढ़ की गंभीर स्थिति के बारे में कहा कि हजारों लोग बेघर हो गये हैं और उनकी आजीविका का संकट पैदा हो गया है। राजराजेश्वरी सीट में तीन नवंबर को उपचुनाव होना है।
उन्होंने राजस्व मंत्री और लोक निर्माण मंत्री की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वह बाढ़ प्रभावित लोग की दुर्दशा को दरकिनार कर अपने चुनावी प्रचार में व्यक्त हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘यह सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों को बचाने के लिए अपनी सभी जिम्मेदारियां निभाने में विफल रही है।’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमारे पास कर्नाटक से भाजपा के 26 लोकसभा सांसद हैं और कोई भी राज्य के लोगों की दुर्दशा पर बोलने और राहत कार्यों के लिए अधिक धनराशि दिलवाने की हिमाकत नहीं करता है।’’
उन्होंने बताया कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण भीमा नदी में अत्यधिक पानी छोड़ा गया है। उन्होंने कहा कलाबर्गी, रायचूर और बीदर जिले के सैंकड़ों गांव जलमग्न है और राज्य सरकार के पास इस स्थिति से निपटने के लिए कोई योजना नहीं है। विपक्ष के नेता ने कहा,, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी इस आपदा की ओर ध्यान देने का समय नहीं है।’’ उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने अपनी संभावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए आधिकारिक तौर पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कांग्रेस नेताओं के खिलाफ आपराधिक मामले बना कर पुलिस का दरुपयोग कर ही है।