नई दिल्ली। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज लोकसभा में कहा कि वह विमानों में सुरक्षा को लेकर ‘‘जीरो टॉलरेंस’’ के पक्ष में हैं। पुरी ने वायुयान (संशोधन) विधेयक, 2020 पर सदन में हुई चर्चा का जवाब देते हुये यह बात कही। चर्चा के दौरान कुछ सदस्यों ने पिछले दिनों इंडिगो की एक उड़ान में स्टैंडअ कॉमेडियन कुणाल कामरा और एक निजी टेलीविजन चैलन के पत्रकार अर्णव गोस्वामी के बीच हुई घटना का मुद्दा उठाया था जिसके बाद कई विमान सेवा कंपनियों ने श्री कामरा के उड़ान भरने पर प्रतिबंध लगा दिया था।
मंत्री ने कहा कि वह स्वयं इसके पक्षधर हैं कि सुरक्षा के मामले में ‘‘जीरो टॉलरेंस की नीति’’ अपनायी जानी चाहिये। सिविल एविशयन रिक्वायरमेंट्स में यह स्पष्ट रूप से उल्लिखित है कि यदि कोई यात्री विमान के अंदर दुर्व्यवहार करता है तो उसके लिए क्या नियम हैं। उन्होंने कहा कि जिस एयरलाइन में यह घटना हुई थी उसने तत्काल आरोपी पर छह महीने के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। बाद में एयरलाइन की आंतरिक समिति ने प्रतिबंध की अवधि छह महीने से घटाकर तीन महीने कर दी थी। कई अन्य विमान सेवा कंपनियों ने भी तत्काल और कई ने उस समिति की रिपोर्ट आने के बाद प्रतिबंध लगाया था।
पुरी ने कहा कि ऐसी घटनायें हो चुकी हैं जब विमान सवार यात्री ने पायलट के केबिन में जाकर उसे अपशब्द कहे हैं या किसी यात्री ने उड़ान के दौरान विमान का दरवाजा खोलने की कोशिश की है। ऐसी स्थिति पैदा न हो इसके लिए जरूरी है कि यात्री के व्यवहार के लिए नियम तय हों।