चीन के वुहान से होते हुए कोरोना ने आज दुनिया के लगभग हर देश को अपना निशाना बना लिया है। इस वायरस का सबसे ज्यादा आतंक दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका पर हुआ है। वहां सबसे अधिक कोरोना संक्रमित हैं और मौत का आंकड़ा भी सबसे अधिक वहीं है। अमेरिका के कैलिफोर्निया के एक काउंटी ने ये ऐलान किया है कि वहां रहने वाले लोगों में जैसे ही कोरोना की पुष्टि होगी, उस शख्स के खाते में 94 हजार ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। सरकार ने ये पैसे मरीज को उसके खाने के खर्च, रेंट और फोन के बिल के लिए देने का ऐलान किया है। साथ ही शख्स कोरोना पॉजिटिव होने के बाद परेशान होकर पैसों के लिए बाहर ना घूमें, इस कारण भी ये फैसला लिया गया है।
कैलिफोर्निया के अलामेडा काउंटी के सुपरवाइजर्स ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि वहां ऐसे कई पॉजिटिव होने के बाद दो हफ्ते के लिए क्वारेंटाइन रहना अफोर्ड नहीं कर पाते। ऐसे में उनकी मदद के लिए सरकार ने ये फैसला लिया है। पैसे मिलने के बाद शख्स को दो हफ्ते है लिए क्वारेंटाइन रहना है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस फैसले के बाद कोरोना पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी। लॉस एंजिलिस टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, बोर्ड का ऐसा मानना है कि क्वारेंटाइन होने के डर से लोग कोरोना टेस्ट नहीं करवा रहे। इस कारण वायरस फैलता जा रहा है। अब अगर लोगों के खाते में 94 हजार आ जाएंगे, तो वो पॉजिटिव होने के बाद आराम से घर में रहकर खुद को आइसोलेट कर वायरस को रोकने में मदद करेंगे।
इस पैसे को पाने के लिए शख्स को कुछ बातों का ध्यान भी रखना है। बोर्ड ने बताया कि कोरोना की जांच शख्स को किसी क्लिनिक में करवाकर उसकी रिपोर्ट जमा करनी होगी। साथ ही शख्स को ऑफिस से पेड सिक लीव ना मिल रही हो। इसके अलावा अगर मरीज को बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है, तब भी वो इस मदद का हकदार नहीं होगा। अमेरिका के इस फैसले के बाद अब इण्डिया में भी लोगों ने ऐसी उम्मीद जताई है। लोगों का मानना है कि अगर आर्थिक मदद मिलेगी तो लोग अपने आप टेस्ट करवाकर खुद को आइसोलेट कर लेंगे। इससे वायरस को मात देने में मदद मिलेगी।