नई दिल्ली। 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस पर SC 1000 से अधिक निर्णय जारी करेगा, जिनका विभिन्न भाषाओं में अनुवाद किया गया है। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने बुधवार को इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि निर्णयों का अनुवाद अब तेज गति से हो रहा है। चीफ जस्टिस ने कहा कि फैसलों का उड़िया, असमिया, खासी, गारो, पंजाबी, नेपाली और बंगाली में अनुवाद किया जा रहा है। सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने बुधवार को कहा कि इलेक्ट्रॉनिक सुप्रीम कोर्ट रिपोर्ट्स (E-SCR) परियोजना गणतंत्र दिवस से संविधान की आठवीं अनुसूची में दर्ज भाषाओं में कोर्ट के फैसलों तक पहुंच मुहैया कराना शुरू कर देगी।
पीठ के सुनवाई के लिए बैठते ही चीफ जस्टिस ने वकीलों से कहा कि शीर्ष अदालत गुरुवार को ई-एससीआर परियोजना के एक हिस्से का क्रियान्वयन शुरू करेगी, जिसके तहत अनुसूची में दर्ज कुछ स्थानीय भाषाओं में फैसलों तक नि:शुल्क पहुंच उपलब्ध हो सकेगी। उन्होंने कहा, ‘ई-एससीआर के अलावा, अब हमारे पास स्थानीय भाषाओं में सुप्रीम कोर्ट के 1091 फैसले भी हैं, जो गणतंत्र दिवस पर उपलब्ध होंगे।’ शीर्ष अदालत के फैसले ई-एससीआर परियोजना के अलावा शीर्ष अदालत की वेबसाइट, उसके मोबाइल ऐप और राष्ट्रीय न्यायिक डेटा ग्रिड (एनजेडीजे) के निर्णय पोर्टल पर उपलब्ध होंगे।
देश में 12 भाषाओं में उपलब्ध होंगे SC के फैसले
उड़िया में 21
मराठी में 14
असमिया में 4
गारो में 1
कन्नड़ में 17
खासी में 1
मलयालम में 29
नेपाली में 3
पंजाबी में 4
तमिल में 52
तेलुगु में 28
उर्दू में 3 हैं
संविधान की आठवीं अनुसूची में 22 भाषाएं हैं। इनमें असमिया, बंगाली, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगु, उर्दू, बोडो, संथाली, मैथिली और डोगरी शामिल हैं। (भाषा से इनपुट के साथ)