नई दिल्ली। इजरायली कंपनी एनएसओ द्वारा निर्मित पेगासस स्पाईवेयर को लेकर दुनियाभर की सरकारों में हड़कंप मचा है। इस बीच अगले सप्ताह मंगलवार को भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन की मुलाकात होने वाली है। ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि इस बैठक में अमेरिका, भारत के सामने मानवाधिकार और नागरिक स्वतंत्रता, और कथित तौर पर पेगासस स्पाईवेयर के उपयोग संबंधी मुद्दों को उठा सकता है। बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्री 27 और 28 जुलाई को भारत दौरे पर रहेंगे।
एस जयशंकर और एंटनी ब्लिंकन के बीच होने वाली वार्ता का प्रीव्यू करने वाले अमेरिकी अधिकारियों ने पुष्टि की है कि दोनों मंत्रियों के बीच भारत में मानवाधिकार और लोकतंत्र संबंधी मुद्दों पर चर्चा होगी। शुक्रवार को अमेरिका में दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के कार्यवाहक सहायक सचिव डीन थॉम्पसन ने कहा, मैं आपको बताना चाहूंगा कि हम इस मुद्दे को उठाएंगे और इस पर लगातार चर्चा होगी क्योंकि हमारा दृढ़ता से मानते हैं कि उन मोर्चों पर हमारे बीच अधिक समानता है।
भारत सरकार द्वारा पेगासस स्पाइवेयर के कथित उपयोग के संबंध में, थॉमसन ने कहा कि अमेरिका नागरिक समाज, शासन के आलोचकों, पत्रकारों और तरह के किसी भी व्यक्ति के खिलाफ इस प्रकार की तकनीक का उपयोग करने की पूरी धारणा को लेकर चिंतित है। उन्होंने कहा, भारत के मामले में हमारे पास कोई विशेष विचार नहीं है, मुझे पता है कि यह एक आंतरिक मुद्दा है। लेकिन मैं यह जरूर कहना चाहता हूं कि हमें ऐसी कंपनियों की तकनीक के बारे की जांच करने के तरीकों को लेकर आगे आना होगा, ताकि इस तरह के हमले को रोका जा सके। बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन अपने इस भारत दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे।