तमिलनाडु में एक महिला ने अपना वादा निभाने के लिए अपनी जीभ काट दी। महिला ने लिखकर बताया कि राज्य विधानसभा चुनाव में द्रमुक (DMK) की जीत को लेकर उन्होंने ऐसा किया। महिला ने अपना वादा पूरा करते हुए मंदिर के देवता को अपनी जीभ अर्पित कर दी।
बत्तीस वर्षीय वनिता ने जाहिर तौर पर 2021 के विधानसभा चुनाव में DMK की जीत का आश्वासन देने के लिए ईश्वर के बलिदान के रूप में अपनी जीभ काटने का संकल्प लिया था। डीएमके (DMK) के जनादेश को जीतने के बाद वनिता सुबह मुथलम्मन मंदिर पहुंची और अपनी जीभ काटकर मंदिर के देवता को अर्पित करने की कोशिश की। लेकिन पूजा स्थलों में कोविड से संबंधित प्रतिबंधों के कारण, वनिता ने मंदिर के दरवाजे पर ही अपनी कटी हुई जीभ छोड़ दी।
एक दशक के विरोध के बाद द्रमुक (DMK) ने तमिलनाडु में कट्टर प्रतिद्वंद्वी AIADMK पर एक ठोस जीत हासिल की, और सत्ताधारी दल एक विरोधी हद तक दस साल के एंटी-इनकंबेंसी के बोझ को पार करते हुए एक शक्तिशाली विपक्ष के रूप में उभरा। तमिलनाडु की सत्ता पर पिछले 10 वर्षों से एआईएडीएमके काबिज है। 2011 के विधानसभा चुनाव में जे जयललिता के नेतृत्व में सत्ता में लौटी एआईएडीएमके 2016 में अपनी सत्ता बरकरार रखने में सफल रही थी। इस बार भी डीएमके ने विधानसभा चुनाव में बाजी मार ली है।