रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस ने आज कहा कि कोरोना के कारण लॉकडाउन में चिट्ठी-चिट्ठी का खेल खेलकर जनआकांक्षाओं का मजाक उड़ाने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेता अब रोज-रोज संवाददाता सम्मेलन कर अपनी जिम्मेवारियों से पल्ला झाड़ने का काम कर रहे है।
पार्टी प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने बुधवार यहां कहा कि एक ओर भाजपा की केंद्र सरकार संकटकाल में भी वस्तु एवं सेवा कर क्षतिपूर्ति की राशि समय पर देने में आनाकानी कर रही है, वहीं दामोदर घाटी निगम के बकाया भुगतान के नाम पर झारखंड सरकार के खाते से अब तक 2100 करोड़ रुपये निकाल लिये गये है, जिससे झारखंड का विकास प्रभावित हुआ है, ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के कार्य में भी बाधा उत्पन्न हुई है।
दूबे ने कहा कि भाजपा विधायक समरीलाल जिस श्रम नियोजन विभाग को आज शरम नियोजन की संज्ञा दे रहे है, उसका यह हाल पूर्ववर्ती रघुवर दास शासनकाल में ही हुआ है। पिछली सरकार में जिस तरह से रोजगार देने के नाम पर युवाओं के साथ छलावा किया गया, नियुक्ति घोटाला हुआ, मेधा घोटाला हुआ, चार-पांच हजार रुपये के मानदेय में झारखंड के बच्चे को बंगलुरू ,मुंबई, हैदराबाद और दिल्ली काम करने के लिए भेजा गया, उसकी सच्चाई सभी लोग जानते है।
राज्य सरकार व्यवस्था के सुधार में जुटी है, गठबंधन सरकार के शासनकाल में ही श्रम नियोजन विभाग की ओर से लाखों प्रवासी श्रमिकों को सुरक्षित घर वापस लाया गया और गरीब मजदूरों को हवाई जहाज से वापस लाने का काम किया। पार्टी प्रवक्ता डा. छोटू ने कहा कि भाजपा विधायक समरीलाल पेट की भूख के दिमाग में चढ़ने की बात कर रहे है, जबकि आज पूरे देश के लोग रहे है कि देश का अन्नदाता किसान सड़कों पर है और केंद्र सरकार अपने पूंजीपति मित्रों के हितों के लिए अड़ियल रवैया अख्तियार किये है।ऐसी स्थिति में देश में संकट की स्थिति गहराती है तो सीधे तौर पर इसके लिए भाजपा जिम्मेवार होगी।