नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खिलाड़ियों से कोरोना महामारी के दौरान राष्ट्र का मनोबल बढ़ाने और माहौल सकारात्मक बनाने में योगदान करने का आहृान करते हुए शुक्रवार को कहा कि चुनौतियों का सामना करने की क्षमता, स्व-अनुशासन और आत्मविश्वास इस वायरस के फैलाव का मुकाबला करने के अत्यंत आवश्यक तरीके हैं।
मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए प्रख्यात खिलाड़ियों के साथ संवाद करते हुए कहा, ‘‘कोरोना वायरस (कोविड-19) पूरी मानवता का दुश्मन है और वर्तमान स्थिति की गंभीरता का पता इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार ओलंपिक खेलों को स्थगित किया गया है। इस महामारी से उत्पन्न विकट चुनौतियों के कारण विम्बलडन जैसे कई अन्य प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों और क्रिकेट से संबंधित इंडियन प्रीमियर लीग जैसे घरेलू खेल आयोजनों के पूर्व निर्धारित समय में परिवर्तन करने पर विवश होना पड़ा है।
प्रधानमंत्री ने खेल के मैदान पर शानदार प्रदर्शन कर राष्ट्र को गौरवान्वित करने के लिए खिलाड़ियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अब उन्हें राष्ट्र का मनोबल बढ़ाने और सकारात्मक माहौल बनाए रखने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। खिलाड़ियों को लोगों से लॉकडाउन के दौरान जारी किये जाने वाले परामर्श का निरंतर पालन करने के लिए प्रेरित करना है।
उन्हेंने कहा कि खेल प्रशिक्षण के दौरान सीखी जाने वाली विशिष्ट बातें जैसे कि चुनौतियों का डटकर सामना करने की क्षमता, स्व-अनुशासन, सकारात्मकता और आत्मविश्वास इस वायरस के फैलाव का मुकाबला करने की दृष्टि से भी अत्यंत आवश्यक तरीके हैं।
विभिन्न खेलों से जुड़े 40 से भी अधिक शीर्ष खिलाड़ियों ने इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में भाग लिया जिनमें भारत रत्न सचिन तेंदुलकर, बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली, महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल, मशहूर बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू, कबड्डी खिलाड़ी एवं हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग में डीएसपी अजय ठाकुर, तेज धावक हिमा दास, पैरा एथलीट हाई जम्पर शरद कुमार, शीर्ष टेनिस खिलाड़ी अंकिता रैना, धुरंधर क्रिकेटर युवराज सिंह और टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली शामिल हैं। केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल मंत्री किरेन रिजिजू और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इस संवाद में भाग लिया।