नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के बॉस टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और दादा के नाम से फेमस क्रिकेटर सौरव गांगुली हैं। हर कोई जानता है कि गांगुली के पास दमदार क्रिकेटिंग ब्रेन है। इस दिमागी खेल में उनसे कोई नहीं जीत सकता। इसी क्रिकेटिंग ब्रेन से दादा ने एक प्रशासक के तौर पर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आइसीसी के सामने एक अजीब उलझन पैदा कर दी है।
बीसीसीआइ ने ऐलान किया है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण स्थगित किए गए आइपीएल के 14वें सीजन के बाकी बचे मुकाबले संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई में खेले जाएंगे। यूएई के दुबई, शारजाह और अबू धाबी में आइपीएल 2021 के बाकी बचे 31 मैच खेले जाएंगे। ये मुकाबले सितंबर-अक्टूबर में 25 दिन की विंडो में आयोजित होंगे। इसके बाद टी20 वर्ल्ड कप होना है, जिसकी मेजबानी भारत के पास है, लेकिन कोरोना बोर्ड के खेल को बिगाड़ रहा था, जिसका तोड़ बीसीसीआइ के बॉस ने निकाल लिया है।
भारत में कोरोना के डेढ़ लाख से ज्यादा केस हर दिन सामने आ रहे हैं। ऐसे में भारत में टी20 विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट का आयोजन कराना इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल को उचित नहीं लग रहा था। आइसीसी का मन था कि टूर्नामेंट भारत की बजाय यूएई में खेला जाए, लेकिन बीसीसीआइ ने आइसीसी के सारे मंसूबे ध्वस्त कर दिए हैं, क्योंकि सितंबर-अक्टूबर में आइपीएल के 31 मैच तीन मैदान पर खेले जाएंगे तो कई समस्याएं सामने आएंगी, जो क्रिकेट के खेल के लिए अच्छी नहीं होंगी।
अगर तीन मैदानों पर 25 दिन में 31 मैच खेले जाते हैं तो इस स्थिति में टी20 वर्ल्ड कप 2021 का आयोजन यूएई में कराना संभव नहीं होगा, क्योंकि इस मेगा इवेंट में 45 मैच खेले जाएंगे। 31 मैच आइपीएल के और जून में खेले जाने वाले पीएसएल के 20 और मैचों को शामिल कर लिया जाए तो 51 मैच तीन मैदानों पर आयोजित होंगे। ऐसे में अक्टूबर-नवंबर में यूएई के तीन मैदानों पर 45 मैचों के लिए पिच और ग्राउंड को तैयार करना आसान काम नहीं होगा। इसलिए टी20 वर्ल्ड कप भारत में ही आयोजित किया जा सकता है।