नई दिल्ली। आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच 18 जून से खेला जाएगा। भारत-न्यूजीलैंड के बीच होने वाले मैच का क्रिकेटप्रेमी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस बीच आईसीसी ने शुक्रवार को टेस्ट मैच के दौरान कुछ बदलावों की घोषणा की।
आईसीसी ने इसमें कुछ स्थितियां स्पष्ट की हैं। चूंकि आईपीएल का आयोजन कोरोना के कारण स्थगित हो चुका है और कोरोना का कहर लगातार जारी है तो डब्ल्यूटीसी फाइनल, भारत-इंग्लैंड और न्यूजीलैंड-इंग्लैंड के बीच होने वाले मैचों में कुछ ऐसी ही स्थिति बन सकती है। तो यदि कोई खिलाड़ी इस दौरान कोरोना संक्रमित होता है तो क्या होगा?
आईसीसी ने बताया है कि एक टेस्ट मैच के दौरान खिलाड़ी के कोरोना संक्रमित होने के बाद एक टीम को उस खिलाड़ी को बदलने की अनुमति दी जाएगी। यिद खिलाड़ी कोरोना संक्रमित है, उसमें इसके लक्षण दिख रहे हैं या फिर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के चलते आइसोलेट को मजबूर है, तो कंकशन रिप्लेसमेंट के तहत रेफरी निकटतम लाइक-फॉर-लाइक रिप्लेसमेंट को मंजूरी देगा। यानी रेफरी उस खिलाड़ी के जैसे ही अन्य खिलाड़ी को रिप्लेसमेंट के लिए कह सकते हैं। संभवतया बॉलर का रिप्लेसमेंट बॉलर या बल्लेबाज का रिप्लेसमेंट बल्लेबाज।
इसके साथ खिलाड़ियों को गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल की इजाजत नहीं होगी। यदि कोई खिलाड़ी गेंद पर लार लगाता है, तो अंपायर कुछ नरमी बरतते हुए कहेंगे, लेकिन बार-बार ऐसा करने पर एक टीम को प्रति पारी में दो चेतावनियां जारी की जा सकती हैं। इसके बाद भी गेंद पर लार लगने पर बल्लेबाजी करने वाली टीम को 5 रन का जुर्माना देना होगा। जब भी लार लगाई जाती है गेंद, अंपायरों को खेल शुरू होने से पहले गेंद को साफ करने का निर्देश दिया जाएगा।