नई दिल्ली। वैश्विक महामारी बन चुके खतरनाक कोरोना वायरस कोविड-19 के कारण जब इस महीने दुनिया में बड़े खेल आयोजन या रद्द किये जा रहे थे या फिर स्थगित किये जा रहे थे तो इनके बीच कुछ ऐसे टूर्नामेंट भी थे जो कोरोना की चपेट में आने से बच गए। जार्डन के अम्मान में एशिया/ओसनिया ओलंपिक क्वालिफायर मुक्केबाजी टूर्नामेंट, भारत में रणजी फाइनल, गोवा में इंडियन सुपर लीग (आईएसएल)-6 का फाइनल, इंग्लैंड के बर्मिंघम में आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप और मस्कट में आईटीटीएफ चैलेंजर प्लस ओमान ओपन टेबल टेनिस टूर्नामेंट संपन्न हुए और इन पर कोरोना का कोई असर नहीं पड़ा।
एशिया/ओसनिया ओलंपिक क्वालिफायर मुक्केबाजी टूर्नामेंट का समापन 11 मार्च को हुआ। भारत ने इस टूर्नामेंट में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 9 ओलम्पिक कोटा हासिल किये। भारत ने 2012 के लंदन ओलम्पिक में 8 कोटा स्थान हासिल किये थे जिसे उसने 9 कोटा के साथ पीछे छोड़ दिया। भारत ने 2016 के पिछले रियो ओलम्पिक में 6 कोटा स्थान हासिल किये थे।
इस टूर्नामेंट में राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता विकास कृष्णन (69) और सिमरनजीत कौर (60) ने रजत पदक हासिल किये जबकि एमसी मैरीकॉम (51), अमित पंघल (52), लवलीना बोर्गोहैन (69), पूजा रानी (75), आशीष कुमार (75) और सतीश कुमार (91 प्लस) को कांस्य पदक मिला। विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता मनीष कौशिक (63 किग्रा) ने बॉक्स ऑफ बाउट में कोटा हासिल किया।
भारत ने महिला वर्ग के कुल पांच ओलम्पिक कोटा में चार हासिल कर लिए जबकि 57 किग्रा का कोटा अभी बाकी है। भारत ने पुरुष वर्ग में कुल आठ में से पांच कोटा हासिल कर लिए जबकि 57, 81 तथा 91 किग्रा को कोटा हासिल करना अभी बाकी है।
भारत में रणजी फाइनल 13 मार्च को राजकोट में समाप्त हुआ जिसमें सौराष्ट्र ने बंगाल को पहली पारी की बढ़त के आधार पर हराकर पहली बार रणजी ट्रॉफी चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर लिया। मैच ड्रा रहा लेकिन सौराष्ट्र पहली पारी की बढ़त के आधार पर रणजी चैंपियन बन गया। सौराष्ट्र के 425 रन के स्कोर के जवाब में बंगाल ने 381 रन बनाये। सौराष्ट्र ने दूसरी पारी में चार विकेट खोकर 105 रन बनाये और मैच ड्रा समाप्त हो गया। सौराष्ट्र रणजी के इतिहास में 18वीं ऐसी टीम बना जिसने पहली बार यह खिताब जीता।