नयी दिल्ली। घरेलू स्टेनलेस स्टील उद्योग के शीर्ष संगठन इंडियन स्टेनलेस स्टील डेवलपमेंट एसोसिएशन (इसडा) ने भारत सरकार से चीन और इंडोनेशिया से डंप होने वाले स्टेनलेस स्टील आयात के विरुद्ध काउंटरवेलिंग ड्यूटी (सीवीडी) बहाल करने की अपील की है। वित्त मंत्रालय और इस्पात मंत्रालय सहित सर्वोच्च प्राधिकारों को भेजे गए आवेदन पत्र में, इसडा ने आगामी आम बजट से पहले भारतीय उत्पादकों और एमएसएमई के लिए समान अवसर प्रदान करने के लिए यह अपील की है। इस संबंध में भेजे गये पत्र में, इसडा के अध्यक्ष के के पाहुजा ने कहा, “आधुनिक प्रयोगों और नवीन एप्लीकेशन के लिए उपयुक्त, स्टेनलेस स्टील हमारे देश के विकास के लिए अनिवार्य धातू साबित हुआ है। राष्ट्रीय इस्पात नीति 2017 के अनुसार, वर्ष 2030 तक देश की समग्र स्टेनलेस स्टील क्षमता 60 लाख टन से बढ़ाकर 90 लाख टन करने का लक्ष्य है।
दुर्भाग्य से आयात के दबाव में, घरेलू स्टेनलेस स्टील उद्योग कुल क्षमता का मात्र 60 प्रतिशत उपयोग कर पाता है। काउंटरवेलिंग ड्यूटी (सीवीडी) की बहाली से चीन और इंडोनेशिया से सब्सिडी वाले और डंप किये गए स्टेनलेस स्टील आयात के खिलाफ भारतीय उत्पादकों, विशेष रूप से एमएसएमई, के लिए बेहतर बाज़ार तैयार होगा। यह न केवल ‘मेक इन इंडिया’ के लक्ष्य में सहायक होगा, बल्कि इससे रोज़गार और राजस्व में वृद्धि के लिए निवेश भी बढ़ेगा। इसके अलावा, अनुकूल व्यापार संतुलन से विदेशी मुद्रा-भंडार भी बचेगा।”