मध्य प्रदेश में चल रही नर्सिंग कॉलेजों की जांच के मामले में अब एक नया मोड़ आया है। प्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों की जांज कर रहे एक सीबीआई अधिकारी को दिल्ली सीबीआई के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया है। जांच के बदले में रिश्वत की डिमांड करने वाले सीबीआई अधिकारी को 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। अधिकारी के साथ 4 और लोगों को गिरफ्तार हुए हैं। फिलहाल जांच की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक हाई कोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों की जांच शुरू की गई थी। इसमें सीबीआई के इंस्पेक्टर राहुल राज को 60 कॉलेजों की जांच का जिम्मा दिया गया था। कॉलेजों को क्लीन चिट देने के एवज में सीबीआई अधिकारी राहुल राज 10 लाख रुपये की डिमांड की थी। एनएसयूआई की मेडिकल विंग के प्रदेश समन्वयक रवि परमार ने कहा कि इस मामले का पता चलने के छात्र संघ ने इसकी शिकायत दिल्ली सीबीआई से की थी।
दिल्ली सीबीआई ने अपने ही अधिकारी पर कार्रवाई करते हुए उसे रंगे हाथों पकड़ा है। सीबीआई इंस्पेक्टर राहुल राज के अलावा सीबीआई की विजिलेंस टीम ने दलाल सचिन जैन को भी गिरफ्तार किया है। इनके अलावा सीबीआई टीम ने रिश्वत देने पहुंचे मलय नर्सिंग कॉलेज के चेयरमैन अनिल भास्करन और प्रिंसिपल सुमा भास्करन को भी गिरफ्तार किया है। इनके पास से 7.88 लाख रुपये पकड़े गए हैं। सीबीआई ने यह कार्रवाई भोपाल के आंचल अपार्टमेंट में इंस्पेक्टर राहुल राज के निवास पर की है।
सीबीआई इंस्पेक्टर को दिल्ली सीबीआई की विजिलेंस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे कोर्ट में पेश किया गया है जहां से उसे 10 दिन की रिमांड पर भेजा गया है। दिल्ली सीबीआई की टीम ने भोपाल के अलावा इंदौर और रतलाम में भी नर्सिंग कॉलेज की जांच से जुटे मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इंदौर-रतलाम से जिन लोगों को सीबीआई ने पकड़ा है उन्हें भी देर रात को कोर्ट में पेसि किया है।