इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में मानसिक तनाव को लेकर आत्महत्या के मामले लगातार बढ़ते नजर आ रहे हैं। इसी क्रम में एक और मामला सामने आया है। इसमें पेटीएम कंपनी के फील्ड मैनेजर ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की जांच कर रही है। मामले में जानकारी देते हुए लसूडिया थाना प्रभारी तारेश सोनी ने बताया कि गौरव गुप्ता (40 साल) जो कि स्कीम नंबर-78 में रहता था। उसके फांसी लगा ली है। उसने ऐसा कदम क्यों उठाया, इसकी अभी तक जानकारी सामने नहीं आई है। पुलिस जांच कर रही है।
बताया जा रहा है कि पिछले दिनों सोशल मीडिया से लेकर तमाम जगहों पर पेटीएम कंपनी बंद होने को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही थी। इसी को लेकर गौरव के तनाव में होने की बात सामने आ रही है। फिलहाल, उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस जांच में जुटी है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
इस मामले को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जितेंद्र उर्फ जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने लिखा है, Paytm के फील्ड मैनेजर गौरव गुप्ता ने अपने ही घर में फांसी लगाकर जान दे दी। पत्नी ने पुलिस से कहा है कि गौरव कुछ दिन से जॉब को लेकर डिप्रेशन में थे। नौकरी जाने का डर था। आशंका है कि इसी कारण उन्होंने सुसाइड किया है। परिवार में पत्नी के अलावा 2 बेटियां हैं।
उन्होंने आगे लिखा, ये वही Paytm है जिसने लॉकडाउन में Online पेमेंट को प्रमोट करने के लिए मोदीजी का फोटो चमकाया था। खूब प्रचार किया था। खूब धन भी कमाया था। फिर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड साधन, वॉलेट और फास्टैग आदि में जमा या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया था।
पटवारी ने आगे लिखा, पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के खिलाफ RBI ने यह कदम व्यापक प्रणाली ऑडिट रिपोर्ट और बाहरी ऑडिटरों की अनुपालन सत्यापन रिपोर्ट के बाद उठाया था। इसके बाद से कंपनी के शेयर में भी लगातार गिरावट आ रही है। बहरहाल, जांच कैसे हो रही है? कब खत्म होगी? रिपोर्ट सामने कब आएगी? जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई होगी? क्या फिर कॉरपोरेट चंदे के नाम पर इस विवाद को भी सुलझा लिया जाएगा? और फिर बीजेपी की तिजोरी में खूब सारा धन आ जाएगा?