भारत के फुटबॉल आइकन सुनील छेत्री ने इंटरनेशनल फुटबॉल से संन्यास लेने के अपने फैसले का ऐलान कर दिया है। सुनील छेत्री 6 जून को कुवैत के खिलाफ अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेलेंगे। सुनील छेत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो के जरिए अपने फैंस को ये जानकारी दी है। वीडियो में उन्होंने अपने सफर पर बात की है और कहा कि अब नए लोगों को मौका देने का समय है। 39 साल के सुनील छेत्री ने भारत के लिए खेलते हुए कई बड़े रिकार्ड्स अपने नाम किए हैं।
सुनील छेत्री भारतीय फुटबॉल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। उन्होंने देश के लिए 150 मैचों में 94 गोल किए। इंटरनेशनल गोलस्कोररों की सूची में वह इस समय चौथे स्थान पर हैं। संन्यास की घोषणा करते हुए छेत्री ने अपने सफर को याद किया और कहा कि मुझे आज भी याद है जब मैंने अपना पहला मैच खेला था। मेरा पहला मैच, मेरा पहला गोल, ये मेरे सफर का सबसे यादगार पल रहा। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं देश के लिए इतने मैच खेल पाऊंगा। उन्होंने आगे कहा कि जब उन्होंने संन्यास लेने का तय किया तो उन्होंने सबसे पहले अपने माता-पिता और पत्नी को इस बारे में बताया।
सुनील छेत्री ने 12 जून 2005 को अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था। उन्होंने अपना पहला मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। इस मैच में ही उन्होंने अपना पहला इंटरनेशनल गोल भी किया था। छेत्री ने अपने शानदार करियर में छह मौकों पर एआईएफएफ प्लेयर ऑफ द ईयर अवॉर्ड जीता। इसके अलावा उन्हें 2011 में अर्जुन अवॉर्ड और 2019 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
कुवैत और कतर के खिलाफ फीफा वर्ल्ड कप 2026 और एएफसी एशियाई कप 2027 के प्रारंभिक संयुक्त क्वालिफिकेशन के दूसरे चरण के मैचों के लिए हाल ही में टीम इंडिया का ऐलान किया गया था। भारतीय टीम ग्रुप ए के अपने आखिरी दो मैचों में छह जून को कोलकाता में कुवैत के खिलाफ खेलने के बाद 11 जून को दोहा में कतर का सामना करेगी। भारत चार मैचों में चार अंक के साथ ग्रुप तालिका में दूसरे स्थान पर है। ग्रुप की टॉप दो टीमें फीफा वर्ल्ड कप क्वालीफायर के तीसरे दौर के लिए क्वालीफाई करने के साथ एएफसी एशियाई कप सऊदी अरब 2027 में अपनी जगह पक्की करेगी।