नई दिल्ली। हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी, विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन और अन्य लोग आज सुपुर्द-ए-खाक किए जाएंगे। ईरान की राजधानी तेहरान विश्वविद्यालय में उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी, जिसका नेतृत्व ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई करेंगे, जिसके बाद जुलूस मैदान-ए-आज़ादी (आज़ादी स्क्वायर) तक जाएगा। खबर है कि, भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी इस वक्त मौजूद रह सकते हैं। चलिए इस बारे में विस्तार से जानते हैं
मिली जानकारी के मुताबिक, दिवंगत राष्ट्रपति रायसी सहित अन्य शवों को दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक राष्ट्रपति परिसर के सादाबाद कॉम्प्लेक्स में रखा गया, जहां अन्य देशों के मेहमानों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। गौरतलब है कि, तेहरान के लोग रायसी, होसैन अमीर अब्दुल्लाहियन और अन्य को श्रद्धांजलि देंगे। दस हजार शोक संतप्त लोग पहले ही इकट्ठा हो चुके हैं और ईरानी झंडे तथा दिवंगत राष्ट्रपति की तस्वीरें लहरा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर उत्तर-पश्चिमी शहर ताब्रीज़ में, जहां जाते हुए राष्ट्रपति रायसी के हेलीकॉप्टर के साथ ये दर्दनाक हादसा पेश आया, वहां शोक मनाने वालों ने मार्च निकाला है।
गुरुवार को मशहद शहर में लोग रायसी और अन्य लोगों को श्रद्धांजलि देंगे। बाद में, शाम को, रायसी को अन्य लोगों के साथ इमाम-ए-रज़ा की दरगाह पर दफनाया जाएगा। मालूम हो कि, रायसी और अमीर अब्दुल्लाहियन उन नौ लोगों में शामिल थे, जिनकी ईरान के पर्वतीय उत्तर-पश्चिमी इलाके में हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से मौत हो गई, जब वे क्षेत्र में संयुक्त परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाने के बाद अजरबैजान सीमा से लौट रहे थे। बचावकर्मियों को मलबा मिलने के बाद उनके शवों को सबसे पहले ताब्रीज़ शहर लाया गया, जहां हज़ारों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। बाद में शवों को श्रद्धांजलि के लिए कुम शहर में मासूमा ए कुम के पवित्र तीर्थस्थल पर लाया गया।