नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कामगारों को संपदा और मूल्यवान संसाधन करार देते हुए शनिवार को कहा कि उद्योगों को अपने कामगारों को रोकना चाहिये। गोयल ने कहा कि उद्योगों और उद्योग संगठनों से कामगारों को रोकना चाहिये और उनके बीच कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिये जागरूकता पैदा करनी चाहिये। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में मजदूरों और कर्मचारियों का हौंसला बढाते हुये उनकी देखभाल करनी चाहिये।
गोयल ने देशभर के विनिर्माण , उद्योग और कारोबारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक में कहा कि कामगार उद्योगों की संपदा है लेकिन कोरोना महामारी के समय में यदि उन्हें पलायन की अनुमति दी गयी तो ये वायरस के वाहक बन जायेंगे। बैठक में वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी और सोम प्रकाश, सचिव अनूप वाघवन तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. भारतीय उद्योग परिसंघ, फिक्की, एसोचैम , पीएचडी चैंबर्स आफ कॉमर्स, लघु उद्योग भारती , नैसकॉम और सियाम आदि संगठनों ने बैठक में भाग लिया।