मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर मंथन जारी है। इस बीच सूत्रों ने बताया कि बीजेपी नए चेहरों को मुख्यमंत्री बना सकती है। सूत्रों ने कहा कि तीनों राज्यों में गैर विधायक को भी मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने मुख्यमंत्री चेहरे की घोषणा नहीं की थी। पार्टी ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीतकर कांग्रेस के हाथ से सत्ता छीनी है। वहीं मध्य प्रदेश में पहले से ही शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार है। पार्टी ने यहां बड़ी जीत हासिल की है।
मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि पार्टी जो भी जिम्मेदारी देती है, हम उसे पूरा करते हैं। पिछले दिनों उन्होंने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा, ''मैं मानता हूं कि अपने बारे में जो सोचता है वो अच्छा कार्यकर्ता नहीं है। कार्यकर्ता के नाते, जो भी काम दिया जाए।।।दरी बिछाने से लेकर सफाई करने से लेकर सरकार चलाने तक का कोई भी काम हो हम करते हैं और करेंगे।''
वहीं राजस्थान में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर झालरापाटन सीट से विधानसभा चुनाव जीतने वाली वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, बाबा बालकनाथ और दीया कुमारी के नाम को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। वसुंधरा राजे पहले भी राज्य की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं।
4 दिसंबर को राजस्थान में नए मुख्यमंत्री को लेकर अटकलों के बीच बीजेपी के करीब 25 विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मुलाकात की। वसुंधरा राजे की विधायकों से मुलाकात को शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है।वहीं छत्तीसगढ़ में भी मुख्यमंत्री पद को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इसी के मद्देनजर पिछले दिनों प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अरुण साव, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और राज्य के लिए पार्टी के सह-प्रभारी नितिन नबीन ने बैठक की।