सिरसा। राजस्थान के उपमुख्यमंत्री रहे व कांग्रेस के नेता सचिन पायलट ने लोकतंत्र वहां मजबूत होता है, जहां की न्यायपालिका मजबूत हो, संविधान मजबूत हो, मीडिया मजबूत हो, लेकिन मौजूदा केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने लोकतंत्र का गला घोटने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। पायलट ने कहा कि विपक्ष को खत्म करने के लिए इस सरकार ने जो हथकंडे अपनाए, वे आज तक के इतिहास में किसी राजनीतिक दल ने नहीं अपनाए होंगे। जनता ने अब मन बना लिया है कि इस तानाशाही व पूंजीपति घरानों की सरकार को उखाड़ फेंकना है।
राजस्थान के टांक विधानसभा क्षेत्र से विधायक पायलट ने गांव रामपुरा ढिल्लों में सिरसा लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा के समर्थन में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए ये बातें कहीं। उनके साथ पूर्व मंत्री संपत सिंह,संगरिया के विधायक अभिमन्यू पूनिया,दड़बा के पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल, पवन बैनीवाल सहित अन्य पार्टी पदाधिकारी भी मौजूद थे। पायलट ने कहा कि 10 साल के कार्यकाल में इस सरकार ने कोई ऐसी नीति नहीं बनाई, जो जनहित में हो। किसान हितैषी होने का दम भरने वाली सरकार ने चंद पूंजीपति घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए सर्वप्रथम तीन काले कानून लेकर आई। किसानों के विरोध के बाद दबाव में देश के मुखिया को जनता के समक्ष आकर तीनों काले कानून वापस लेने पड़े। यही नहीं सरकार किसानों को फसलों के भाव तक नहीं दिलवा पाई। किसानों को बर्बाद करने के लिए इस सरकार ने पूरी रणनीति तैयार की थी, लेकिन देश के जागरूक अन्नदाता ने सरकार की मंशाओं को भांपते हुए अपनी आवाज को बुलंद रखा, जिसके कारण सरकार अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाई।