नई दिल्ली। हाईकमान से मुलाकाते बाद सिद्धू ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार को प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को पूरा करना चाहिए। सिद्धू ने 2022 विधानसभा चुनाव में 13 सूत्रीय एजेंडे को घोषणा पत्र में शामिल करने और पंजाब मॉडल पेश करने का भी समय मांगा।
नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब में कांग्रेस आलाकमान की गले की हड्डी बनते जा रहे हैं क्योंकि ऐसा लगने लगा है कि सिद्धू के रहते हुए पंजाब कांग्रेस का सियापा खत्म ही नहीं हो सकता। दो-तीन दिन पहले ही राहुल गांधी ने नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की थी, जिसके बाद उन्होंने पंजाब कांग्रेस पद से इस्तीफा वापस ले लिया था। हालांकि, अब सिद्धू ने सोनिया गांधी को खुली चिट्ठी लिखकर नया बवाल पैदा कर दिया है। सिद्धू ने सोनिया को चिट्ठी लिखकर अब चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाए जाने पर भी सवाल किए हैं और साथ में पंजाब सरकार को 13 मुद्दों पर काम करने के लिए निर्देश देने को भी कहा है।
सिद्धू की चिट्ठी से यह स्पष्ट है कि राहुल गांधी से मिलने के बावजूद उनकी नाराजगी बनी हुई है। सिद्धू ने सोनिया को खुली चिट्ठी लिखकर अनुरोध किया है कि वह पंजाब सरकार को 13 मुद्दों पर काम करने का निर्देश दें। साथ ही सिद्धू ने इन मुद्दों पर चर्चा के लिए सोनिया से मिलने का समय भी मांगा है। सिद्धू ने चिट्ठी में खुद को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बतात हुए कहा कि उनके पास सरकार पर नजर रखने की जिम्मेदारी है।
चन्नी की नियुक्ति पर उठाए सवाल
नवजोत सिंह सिद्धू भले ही यह कहते आए हों कि उन्हें सीएम पद का लालच नहीं है लेकिन मुख्यमंत्री न बनाए जाने की टीस गाहे-बगाहे वह बयान करते ही रहे हैं। सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर सिद्धू ने कहा है कि पंजाब में एक दलित को सीएम बनाया गया लेकिन राज्य भर के दलित समाज को समान प्रतिनिधित्व नहीं मिला। सिद्धू ने सोनिया से मांग की है कि चन्नी कैबिनेट में मजहबी सिख समाज से एक, पिछड़े समाज से दो और दोआबा इलाके से मंत्री बनाने चाहिए। बता दें कि पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी रामदसिया सिख हैं।