बीजेपी ने बुधवार को दो लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है। अमरावती ( महाराष्ट्र) से बीजेपी ने मौजूदा निर्दलीय सांसद नवनीत राणा को टिकट दिया है, जबकि कर्नाटक के चित्रदुर्ग से गोविंद करजोल को उम्मीदवार बनाया गया है, उन्हें मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री ए नारायणस्वामी की जगह अपना उम्मीदवार घोषित किया गया। पार्टी सूत्रों के अनुसार, नारायणस्वामी, जो केंद्रीय समाज कल्याण और अधिकारिता राज्य मंत्री हैं। दूसरी ओर,उम्मीदवार बनाये जाने के के बाद नवनीत राणा ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को धन्यवाद देती हैं। पार्टी ने उन पर विश्वास जताया है, उसके लिए वह अभारी हैं।
नवनीत राणा अमरावती से मौजूदा सांसद हैं। 2019 में, उन्होंने शिवसेना के आनंदराव अडसुल को हराकर एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में सीट हासिल की थी। अप्रैल 2022 में मुंबई पुलिस ने नवनीत राणा के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज की थी। जब उन्हें और उनके पति को तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की धमकी पर कथित तौर पर “विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी पैदा करने” के लिए गिरफ्तार किया गया था।
सीएम आवास पर हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद नवनीत राणा विवादों से घिर गई थीं और उनके खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की थी। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें टिकट दिये जाने पर कई हलकों में विरोध उठ रहे थे, लेकिन पार्टी ने अंततः उन्हें ही उम्मीदवार बनाया है।बीजेपी पहले ही महाराष्ट्र की 23 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। बीजेपी ने पहले दो चरणों में अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की थी। पहली सूची में 20 उम्मीदवारों के नाम थे। दूसरी लिस्ट में तीन उम्मीदवारों के नाम थे। अब तीसरी लिस्ट में नवनीत राणा के नाम का ऐलान किया है।
नवनीत राणा को भले ही बीजेपी ने अमरावती लोकसभा सीट से पार्टी का आधिकारिक उम्मीदवार घोषित कर दिया है, लेकिन उनका काफी विरोध भी हो रहा है।पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान नवनीत राणा को एनसीपी का प्रायोजित उम्मीदवार माना जा रहा था।अमरावती में उन्हें एनसीपी का समर्थन प्राप्त था। उस चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की थी, लेकिन पिछले पांच सालों में सत्ता समीकरण बदल गए हैं।बीजेपी के खिलाफ प्रचार करने वाली नवनीतराणा अब बीजेपी की साथ हैं और पार्टी ने उन्हें अमरावती से उम्मीदवार बनाया है।
नवनीत राणा की उम्मीदवारी का विधायक बच्चू कडू और शिवसेना नेता आनंदराव अडसुल ने विरोध किया था। नवनीत राणा की उम्मीदवारी घोषित होने के बाद इन दोनों नेताओं ने साफ कहा कि नवनीत राणा को लेकर उनका विरोध अभी भी बरकरार है। बच्चू कडू ने कहा कि हमारा विरोध जारी है। हम हमेशा विरोध करेंगे। नवनीत राणा के लिए ये लड़ाई इतनी आसान नहीं होगी। नतीजा में यह जरूर दिखेगा। हम नवनीत राणा को सौ फीसदी हराएंगे।