नई दिल्ली। एअर इंडिया पर देश के एविएशन रेगुलेटर ने तगड़ा जुर्माना लगाया है. नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने कि कुछ लंबे रूट पर संचालित उड़ानों के संबंध में सुरक्षा मानकों के उल्लंघन के लिए एअर इंडिया पर 1.10 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है. एक एयरलाइन स्टाफ से वॉलन्टियर सिक्योरिटी रिपोर्ट मिलने के बाद इस मामले की डिटेल में जांच की गई, नतीजे के बाद DGCA ने ये फैसला लिया. सूत्रों ने बताया कि यह मामला एक पायलट के नॉन-स्टॉप बेंगलुरु-सैन फ्रांसिस्को फ्लाइट को उड़ाने से इनकार करने से जुड़ा है. सूत्रों का यह भी कहना है कि पायलट ने फ्लाइट में पर्याप्त इमरजेंसी ऑक्सीजन नहीं होने के कारण उड़ान भरने से इनकार कर दिया था.
DGCA ने कहा कि चूंकि जांच में पहली नजर में एयरलाइन के गैर-अनुपालन का पता चला. इसके बाद एअर इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. एविएशन रेगुलेटर DGCA ने कहा, "चूंकि पट्टे पर दिए गए फ्लाइट का ऑपरेशन रेगुलेटर/OEM प्रदर्शन सीमाओं के अनुरूप नहीं था. इसलिए DGCA ने कार्रवाई करते हुए एअर इंडिया पर 1.10 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है." DGCA के फैसले के बाद एअर इंडिया का भी बयान आया है. एअर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, "हम DGCA के आदेश से असहमत हैं. एअर इंडिया ने उठाए गए मुद्दों की बाहरी विशेषज्ञों के जरिए गहन जांच की. इससे निष्कर्ष निकाला गया कि सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं किया गया है. हम आदेश को विस्तार से पढ़ रहे हैं और हमारे पास उपलब्ध विकल्पों की समीक्षा करेंगे. इसमें अपील करने का अधिकार और इस फैसले को नियामक के सामने ठाना भी शामिल है.'