एक हफ्ते के बाद टाटा ग्रुप की एक और कंपनी का मार्केट कैप एक लाख करोड़ रुपए के पार चला गया। कारोबारी सत्र के दौरान कंपनी का शेयर 13 फीसदी गया। जिसकी वजह से कंपनी के शेयर 332 रुपए के साथ लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गया। यही वजह है कंपनी का मार्केट कैप एक लाख करोड़ रुपए को पार कर गया है। एक हफ्ता पहले ट्रेंट का मार्केट कैप एक लाख करोड़ रुपए के पार गया था। टाटा ग्रुप की 6 कंपनियां मार्केट कैप अब 1 एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो गया है।
टाटा पॉवर के शेयर में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। उसका अहम कारण जेएम फाइनेंशियल की ओर से स्टॉक की रेटिंग को अपग्रेड करना है। जिसकी वजह से कंपनी के शेयर में आज 13 फीसदी की तेजी देखने को मिली और कंपनी का शेयर 332 रुपए के साथ 52 हफ्तों के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। बाजार बंद होने तक कंपनी का शेयर 10.76 फीसदी की तेजी के साथ 325.75 रुपए पर है। वैसे आज कंपनी का शेयर 295.90 रुपए पर ओपन हुआ था। एक दिन पहले कंपनी का शेयर 294.10 रुपए पर बंद हुआ था।
इस तेजी की वजह से कंपनी का मार्केट कैप एक लाख करोड़ रुपए के पार चला गया। बाजार बंद होने के बाद कंपनी का मार्केट कैप 1,04,088.19 रुपए है। जबकि एक दिन पहले कंपनी का मार्केट कैप 93,974.94 करोड़ रुपए था। इसका मतलब है कि कंपनी के मार्केट कैप में एक ही दिन में 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला है। जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में कंपनी के शेयर में और इजाफा देखने को मिल सकता है।
1 लाख करोड़ रुपये से अधिक मार्केट कैप वाली टाटा ग्रुप की दूसरी कंपनियों में टीसीएस का नाम सबसे ऊपर है। जिसका मार्केट कैप 13.23 लाख करोड़ रुपए है। वहीं टाइटन (3.18 लाख करोड़ रुपये), टाटा मोटर्स (2.40 लाख करोड़) , टाटा स्टील (1.60 लाख करोड़ रुपये) और ट्रेंट (1.01 लाख करोड़ रुपये) कंपनियां भी हैं। पिछले 12 महीनों में टाटा पॉवर ने निफ्टी से बेहतर प्रदर्शन करते हुए 44 फीसदी का रिटर्न दिया है। टाटा मोटर्स के शेयर भी गुरुवार को 52-सप्ताह के नए उच्चतम लेवल 727.45 रुपए पर पहुंच गए।