पिछले दिनों शादी का ही सीजन चल रहा था। वहीं अब के समय मे लोग अपनी शादी को खास बनाने के लिए काफी कुछ करते हैं। हाल ही में एक ऐसी खबर सामने आई है जो कई बार हैरान कर देने वाली होती है। कुछ ऐसा ही हुआ इस बार भी जी हां ये मामला उत्तराखंड के बागेश्वर का है जहां गरुड़ में शादी के कार्ड पर भाजपा के चुनाव चिह्न और पीएम मोदी को वोट देने का संदेश प्रकाशित करवाया था लेकिन इसके बाद ही से चुनाव आयोग ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए वर पक्ष को नोटिस जारी किया है।
चुनाव आयोग ने वर पक्ष से 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है और जवाब नहीं मिलने पर वर पक्ष पर आचार संहिता का उल्लंघन और लोक प्रतिनिधित्व एक्ट में भी केस दर्ज हो सकता है। गरुड़ विकास खंड के ग्राम जोशीखोला मटेना निवासी जगदीश जोशी और देवकी जोशी के बेटे जीवन का विवाह 22 अप्रैल को है। बेटे के विवाह के आमंत्रण के लिए कार्ड प्रकाशित कराए हैं। अब आप ये सोच रहे होंगे कि आखिर उस शादी के कार्ड पर ऐसा क्या था शादी के निमंत्रण कार्ड पर भाजपा के चुनाव चिह्न कमल और भाजपा को वोट देने की अपील की थी जिसकी वजह से चुनाव आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला माना है।
दूसरी ओर दूल्हे के माता-पिता पर जो नोटिस आया है उसमें साफ साफ ये लिखा गया है कि यह आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है इसलिए दिए हुए समय के भीतर जवाब नहीं देने पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम व आईपीसी की अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं शादी के कार्ड में भाजपा का प्रचार करना दूल्हे के संग अल्मोड़ा सीट से भाजपा उम्मीदवार को भी महंगा पड़ सकता है। शादी के कार्ड छापने, भोजन, टेंट वगैरह आयोजनों का खर्च भाजपा उम्मीदवार के चुनावी खर्च में जोड़ा जाएगा। इस तरह 70 लाख में से शादी के खर्च घटाने के बाद बाकी रकम में ही चुनाव खर्च करना होगा। वैसे ये पहली बार नहीं हुआ है जी हां क्योंकि आजकल का तो ये फैशन हो गया है कि जो लोग पीएम मोदी को सपोर्ट करते हैं वो उन्हे वोट करने के लिए कार्ड पर संदेश छपवा रहे हैं।
आखिर वो कौन सा संदेश छपा है कार्ड पर
"तोहफे मत लाना किंतु वर वधू को आशीर्वाद देने से पहले 11 अप्रैल को राष्ट्रहित में मोदी जी को वोट जरूर कर आना। इसके अलावा कार्ड में स्वच्छ भारत और स्वस्थ भारत का लोगो भी बना है।"