नई दिल्ली। देश में लगे 2 महीने से ज्यादा लॉकडाउन के कारण कई लोगों को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ा। वहीं इस बीच एक हैरान कर देने वाली खबर भी सामने आई है। लॉकडाउन के इन दिनों में कंडोम, गर्भ निरोधक गोलियों आदि की मांग में तेजी से इजाफा हुआ है। यही नहीं इन दिनों प्रेग्नेंसी टेस्ट कार्ड की मांग में तो 50 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है। बता दें कि देश में करीब 3 महीने से लॉकडाउन लगा हुआ है। इस दौरान कुछ ऐसी चीजें हो रही हैं जो कि हैरान कर देने वाली हैं। दरअसल Dunzo ऐप ने लॉकडाउन के दौरान क्या-क्या सबसे ज्यादा बिका, उसकी रिपोर्ट पेश की है, जिसके मुताबिक लोगों ने 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा हैंडवाश, कंडोम, प्रेग्नेंसी किट और गर्भनिरोधक दवा को खरीदा है।
Dunzo ऐप की रिपोर्ट के मुताबिक 1 मार्च से 31 मार्च के बीच बेंगलुरु और पुणे के लोगों ने ऐप पर सबसे ज्यागा प्रेग्नेंसी किट आर्डर किया तो वही चेन्नई-जयपुर के लोगों ने हैंडवॉश को खरीदा, जबकि मुंबई के लोगों ने सबसे ज्यादा इस ऐप से कंडोम खरीदे तो वहीं हैदराबाद के लोगों ने सबसे ज्यादा I-Pills का ऑर्डर किया।
गौरतलब है कि ऑनलाइन सामान की डिलीवरी करने वाली कंपनी Dunzo पर कॉफी से लेकर कंडोम तक सब मिलता है और ये 24 घंटे डिलीवरी करने वाली कंपनी है। Dunzo का एक हेडक्वार्टर बेंगलुरु में है और अभी Dunzo की सर्विसेज बेंगलुरु, पुणे, दिल्ली, चेन्नई, गुड़गांव और हैदराबाद में हैं। अपोलो फार्मेसी की गाजियाबाद के वसुंधरा स्थित आउटलेट के एक फार्मासिस्ट का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान कंडोम, गर्भ निरोधक गोलियां और प्रेगनेंसी किट की बिक्री बढ़ गई है। पर, उन्होंने इस बारे में कोई नंबर शेयर करने से मना कर दिया। इस बारे में सिर्फ इतना बताया कि लॉकडाउन से पहले महीने में गर्भ निरोधक गोली की पांच-छह डिब्बे बिक जाते था, लेकिन इन दिनों लॉकडाउन के दौरान एक हफ्ते में ही 10 से ज्यादा डिब्बे बिक रहे हैं। यही हालत कंडोम और प्रेग्नेंसी टेस्ट कार्ड का भी है।
दिल्ली के मयूर विहार इलाके में जन औषधि आउटलेट में काम करने वाले एक फार्मासिस्ट का कहना है कि उनके यहां कंडोम की बिक्री में 10 फीसदी से ज्यादा का उछाल आया है जबकि प्रेगनेंसी टेस्ट कार्ड की बिक्री तो 50 फीसदी से ज्यादा बढ़ी है। उनका कहना है कि जन औषधि में प्रेग्नेंसी टेस्ट कार्ड की कीमत महज 20 रुपए है जबकि अन्य कंपनियों का कार्ड 50 रुपए में आता है। इसलिए कोई भी ग्राहक इन दिनों दो से कम टेस्ट कार्ड तो खरीद ही नहीं रहा है।
उनके मुताबिक सामान्य दिनों में एक हफ्ते के दौरान 5-7 टेस्ट कार्ड ही बिकते थे जबकि इस समय हर रोज इतने कार्ड बिके। उनका कहना है कि लोग घर में ही जांच कर संतुष्ट होना चाहते हैं कि कहीं प्रेगनेंसी की तो स्थिति नहीं है। यही स्थिति गर्भ निरोधक गोलियों की भी है।
दिल्ली के हिंदूराव अस्पताल के सीएमओ और मनोचिकित्सक डॉक्टर जितेंद्र कुमार का कहना है कि आमतौर पर जब लोग तनावमुक्त और फुर्सत के क्षणों में रहते हैं, तभी खुल कर शारीरिक क्रिया का आनंद लेते हैं। लॉकडाउन में अमूमन व्यक्ति फुर्सत में ही हैं, इसलिए ऐसा होना स्वाभाविक है।