नई दिल्ली। भारत के इतिहास में सबसे सुंदर रानियों में रानी रूपमती का नाम भी आता है। रूपमती मांडू के एक किसान की बेटी थी। नाम के अनुरूप ही वह बेहद सुंदर भी थी और इसके साथ वह गायन कला में भी निपुण थी। मांडू के अंतिम स्वतंत्र शासक बाज बहादुर ने भी रूपमती के बारे में सुना था। इसलिए उन्होंने उसे अपने महल में बुला कर संगीत प्रस्तुति करवाई। राजा रूपमती के सौंदर्य और गायन से इतने प्रसन्न हुए कि उन्होने उससे शादी कर ली। अकबर को जब रूपमती के बारे में पता चला तो वह भी उसे पाने के लिए रास्ते ढूंढने लगा। उसने बाज बहादुर को पत्र लिखा कि रूपमती को उनकी सेवा में भेज दिया जाए।
इस पर बाज बहादुर को गुस्सा आया और उन्होंने ऐसा करने से साफ मना कर दिया। ये पढ़ कर अकबर को गुस्सा आया और उसने अपने सेनापित आजम खां को आदेश दिया कि वे मालवा पर तुरंत आक्रमण करें और रूपमती को बंदी बना ले। अकबर के पास विशाल सेना थी और बाज बहादुर की सेना छोटी सी थी। उन्होंने अकबर की सेना का डटकर मुकाबला किया लेकिन युद्ध हार गए।
इसके बाद उन्होंने बाज बहादुर को बंदी बना लिया। आजम खां जब रूपमती को ले जाने के लिए उसके पास आने लगा तो रूपमती ने विष खाकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया। इस बात को जानकर अकबर बेहद दुखी हुआ और उसने रूपमती के लिए एक मकबरा बनवा दिया। बाज बहादुर को सम्मान के साथ उनके राज्य वापिस भेज दिया। जब बाज बहादुर वापिस मालवा पहुंचे तो उन्होंने रूपमती के मकबरे पर सिर पटक कर अपने प्राण त्याग दिए। आज भी मध्य प्रदेश में इन दोनों के मकबरे स्थित हैं।