भारत देश में कई खिलाड़ी ऐसे हैं, जो आर्थिक स्थिति से कमजोर होने के बावजूद भी बेहतरीन प्रदर्शन से देश का नाम रोशन करते है। आज हम आपको एक ऐसे ही एथलीट के बारे में बताएँगे। हरीश कुमार नामक एक खिलाड़ी एशियन गेम्स 2018 में सेपक टकरा की टीम स्पर्धा में भारत देश के लिए ब्रोंज मेडल ले कर आया था। लेकिन अब वह दिल्ली के मंजू का टीला इलाके में चाय बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण कर गुजारा कर रहे हैं।
उनका परिवार बहुत बड़ा है और कमाने वाले बहुत कम हैं, इसलिए वह अपने पिता के साथ चाय की दुकान में हाथ बटाते हैं। वह प्रतिदिन 4 घंटे अपने खेल के अभ्यास में जी जान लगाते हैं। हरीश के बड़े भाई क्रिकेटर थे, वह कोच भी बन गए थे, लेकिन एक सड़क दुर्घटना के बाद उन्हें हमेशा के लिए क्रिकेट छोड़ना पड़ा।