मुंबई। आज देश के कई शहरों में बड़ा से बड़ा स्लम एरिया बसा है। इन्हीं में से एक मुंबई का स्लम एरिया। इस जगह को एशिया का सबसे बड़ा स्लम एरिया कहा जाता है। मुंबई के धारावी स्लम करीब 613 हेक्टेयर जमीन पर बसा हुआ है और यहां ज्यादातर दिहाड़ी मजदूर और छोटे-मोटे कारोबारी रहते हैं। इस इलाके में करीब 22 हजार से ज्यादा लोग कारोबार करते हैं और सिर्फ इस इलाके का टर्न ओवर 10 करोड़ से अधिक है। यहां एक झोपड़ी की कीमत भी इसी वजह से अब करोड़ों रुपये तक पहुंच चुकी है।
बता दे कि जब हमारे देश पर अंग्रेजों का शासन था उस वक्त साल 1862 में ब्रिटिशों ने अपने भवनों के निर्माण और अन्य कामों के लिए यहां मजदूर वर्ग के लोगों को बसाया था और तब से यहां की तंग गलियां इन मजदूरों की पहचान बन गई। आबादी बढ़ने के कारण यहां कई झुग्गी-झोपडियां खड़ी हो गई है और इन झोपड़ियों का घनत्व इतना बढ़ गया है कि ऊपर से देखने पर इसके आप-पास की जमीन तक नहीं दिखाई देती है। धारावी में अब एक झुग्गी-झोपड़ियों की किमत 1 करोड़ रुपए तक पहुंच चुकी है। यहां अब 1 sq feet की कीमत करीब 25,000 से 30,000 पहुंच चुकी है। दिखने में महज यह झोपड़पट्टी लगती है, लेकिन इसके कई कमरे होते हैं, जिनमें कई तरह के व्यवसाय चलते हैं।