नई दिल्ली। पाकिस्तान में सियासत अपने चरम पर है। एक ओर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था गिरने के कगार पर है। वहीं यहां पर विपक्ष की भी हालत खराब हो रही है। जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान का राजनीतिक सफर खत्म करने की तैयारी हो रही है। शहबाज शरीफ सरकार ने उनकी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही ऐलान किया है कि जल्द ही उनकी पार्टी पर पूरी तरह से रोक लगाई जाएगी। शहबाज सरकार के एक मंत्री का आरोप है कि इमरान खान ने आईएमएफ से डील को फेल करने का प्रयास किया। इसके बाद सरकार ने निर्णय लिया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार के अनुसार, सरकार ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। उनका अरोप है कि ये पार्टी देश विरोधी गतिविधियों में लगी हुई है। आपको बता दें कि 71 वर्षीय इमरान खान को दो मामलों में जेल की सजा सुनाई गई है। वे फिलहाल रावलपिंडी की अदियाला जेल में कैद की सजा काट रहे हैं।
सरकार का कहना है कि उसके पास पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पर प्रतिबंध लगाने के स्पष्ट सबूत हैं। सरकार का यह निर्णय पीटीआई को आरक्षित सीटों के मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से दी गई राहत के साथ-साथ अवैध विवाह मामले में खान को मिली छूट के बाद सामने आया है। पाकिस्तान के राजनीतिज्ञ विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह पाकिस्तान में इमरान के सियासी सफर पर विराम लगाने की तैयारी हो रही है। देशद्रोह का आरोप लगाकर उनकी लोकप्रियता पर गहरा असर होगा।
सरकार का दावा है कि इमरान खान की पार्टी के नेताओं ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ पाकिस्तान के समझौते को विफल करने का भरपूर प्रयास किया। इससे देश को आईएमएफ से मदद नहीं मिल पाई। तरार के अनुसार, हम इसे देश विरोधी गतिविधि मानते है और इस वजह से उनकी पार्टी पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहे हैं।
इमरान खान को नौ मई को लाहौर में दंगे के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। सुरक्षा की वजह से उन्हें रावलपिंडी की अदियाला जेल में रखा गया है। अब उन्हें लाहौर की जेल में भेजने की तैयारी चल रही है। पाक सरकार के अनुसार, पीटीआई पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ वे पूर्व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और पूर्व उपसभापति कासिम सूरी के खिलाफ भी अनुच्छेद 6 को लागू किया जाएगा। अनुच्छेद 6 के तहत सजा-ए-मौत की सजा होती है।