ईरान में हुए राष्ट्रपति चुनाव में मसूद पेजेश्कियन ने जीत हासिल की है। देश में मसूद पेजेश्कियन की पहचान एक सुधारवादी नेता के तौर पर है। मसूद ने अपने प्रतिद्वंदी और कट्टरवादी सईद जलीली को बड़े अंतर से हराया है। मसूद इससे पहले ईरान के स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। मसूद पेजेश्कियान को एक ऐसे नेता के रूप में देखा जाता है, जो सुधारों में विश्वास रखते हैं। इसके साथ मसूद पश्चिमी देशों के साथ संबंधों को बेहतर बनाने में भी विश्वास रखते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इब्राहिम रईसी की हेलिकॉप्टर हादसे में मौत के बाद ईरान में राष्ट्रपति चुनाव हुए हैं।
मसूद पेजेश्कियन ने चुनाव में देशवासियों से वादा किया था कि अगर वो राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो वह पश्चिमी देशों के साथ संबंधों में सुधार करेंगे। इसके साथ ही ईरान में अनिवार्य रूप से लागू हेडस्कार्फ के कानून में ढील भी देंगे। मसूद ने अपने चुनाव कैंपेन के दौरान शिया धर्ममंत्र में किसी भी तरह के बदलाव का कोई आश्वसन नहीं दिया था। उनका साफ कहना था कि ईरान में शीर्ष नेता अयातुल्लाह अली आमेनेई को ही देश के हर तरह के मामलों में अध्यस्थ समझा जाएगा। आपको पता दें कि ईरान में हिजाब और हेडस्कार्फ को लेकर पिछले दिनों काफी विरोध प्रदर्शन देखने को मिले हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार ईरान राष्ट्रपति चुनाव में मसूद पेजेश्कियन को 1।63 करोड़ वोट मिले हैं। जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी और कट्टरपंथी नेता सईद जलीली को 1।35 करोड़ वोट मिले हैं। इस हिसाब से पेजेश्किय ने जलीली को 28 लाख वोटों से हराया है।