एक चीनी गुब्बारे ने अमेरिकी अधिकारियों को ऐसी टेंशन दे दी है, जिसका इलाज अभी तक नहीं मिल सका है। दरअसल पश्चिमी अमेरिका के आसमान में मंडरा रहे एक संदिग्ध गुब्बारे पर US एयरफोर्स चौबीसों घंटे नजर रख रही है। रक्षा मंत्रालय पेंटागन द्वारा जारी बयान के मुताबिक, कुछ दिन पहले अमेरिकी एयर स्पेस में इस जासूसी गुब्बारे की एंट्री हुई थी तभी से वाशिंगटन इस घटनाक्रम पर अपनी नजर बनाए हुए है। हालांकि, पेंटागन के प्रेस सेकेट्री जनरल पेट राइडर ने ये बताने से इनकार कर दिया कि संदिग्ध बैलून कितनी ऊंचाई पर उड़ रहा था लेकिन उन्होंने ये जरूर बताया कि गुब्बारा सिविलियन एयर ट्रैफिक के ऊपर और आउटर स्पेस के नीचे था।
दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रहे तनाव के बीच चीन की इस नई चाल से अमेरिका इस कदर घबराया हुआ है कि उसे शूट करके खत्म भी नहीं कर पा रहा है। वरिष्ठ सैन्य अधिकारी पहले मोंटाना के ऊपर इस गुब्बारे को शूट करने की तैयारी में थे, लेकिन सुरक्षा जोखिमों के चलते इस गुब्बारे को नष्ट नहीं किया गया। पिछले कुछ सालों में अमेरिका में कई बार जासूसी गुब्बारे दिखाई दिए हैं। दरअसल चीनी मूल के कई अमेरिकी नागरिक वाशिंगटन के राडार पर हैं जो अमेरिकी नागरिकता लेने के बावजूद चीन से वफादारी निभा रहे हैं। ऐसे में इस गुब्बारे को किसने उड़ाया? इसके अंदर कोई BIO या केमिकल वेपन तो नहीं है ऐसे खतरों की संभावनाओं से बचाव का रास्ता निकलने के बाद ही इस बैलून को ध्वस्त करने को लेकर कोई फैसला किया जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक ये बैलून उस क्षेत्र में उड़ रहा है, जहां संवेदनशील एयरबेस और रणनीतिक मिसाइलें तैनात हैं। इस घटनाक्रम से भड़के अमेरिका ने चीनी अधिकारियों को तलब करते हुए उनके जवाब मांगा है। हालांकि पेंटागन ने अपने बयान में ये भी कहा है कि चीनी बैलून अभी जमीन पर लोगों के लिए सैन्य या शारीरिक खतरा नहीं बन पाया है। चीन के इस जासूसी गुब्बारे को लेकर कहा जा रहा है कि इसका आकार एक बस के बराबर है। पेंटागन अधिकारियों का ये भी कहना है कि इस बैलून को उड़ाने का मकसद हमारी खुफिया जानकारियां हासिल करना भी हो सकता है।