वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में एक रहस्यमयी चीज की खोज की है, जो कि सूरज से कई करोड़ गुना ज्यादा चमकदार और धरती से करीब 380 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर है। जानकारी के मुताबिक ये इस चीज की चमक सूर्य से 57 हजार करोड़ गुना ज्यादा है। हालांकि, ज्यादा दूर होने की वजह से ये हमें दिखाई नहीं देती। लेकिन इससे निकलने वाली ऊर्जा इतनी तेज है कि किसी भी चीज को जलाकर भस्म कर दे। वैज्ञानिक इसे गर्म गैसों का गोला बता रहे हैं लेकिन वास्तविक में ये क्या है इसकी उन्हें भी जानकारी नहीं है। कोई इसे सुपरनोवा बता रहा है तो कोई कुछ और। हालांकि, ज्यादातर वैज्ञानिकों ने इसे एक प्रकार का सुपरनोवा (मैग्नेटार) ही बताया है। बताया जा रहा है कि ये अभी तक मिले सभी सुपरनोवा में सबसे ज्यादा दूर, ताकतवर और तेज है। इसे 1 से 10 के बीच के स्केल से बाहर 11वें नंबर पर रखा जा रहा है।
गैसों के इस गोले को सबसे पहले स्काई ऑटोमेटेड सर्वे ऑफ सुपरनोवा (ASAS-SN, टेलिस्कोप का नेटवर्क) ने देखा है। इस नेटवर्क ने अभी तक 250 से भा ज्यादा सुपरनोवा की खोज की है। दरअसल, इस नेटवर्क का काम अंतरिक्ष में खोज करना है। ASAS-SN ने अभी तक जितने भी सुपरनोवा खोजे हैं उनमें ये सबसे बड़ा है। जानकारी के मुताबिक ये एक साधारण सुपरनोवा के मुकाबले 200 गुना ज्यादा चमकदार है। अंतरिक्ष में मौजूद सभी तारों को एकत्रित कर दिया जाए तो भी ये इतना बड़ा नहीं होगा जितना कि ये सुपरनोवा है। इसकी चमक के पीछे की वजह के रूप में वैज्ञानिक इसके तेज मैग्नेटिक फील्ड को बता रहे हैं। उनका कहना है कि ये घन तारों का समूह है, जिसकी मैग्नेटिक फील्ड काफी मजबूत मानी जा रही है, जो काफी तेजी से घूम रहा है और इसी वजह से ऊर्जा से भरी रोशनी दिख रही है। वर्तमान में वैज्ञानिक इस अबूझ पहेली का अध्ययन कर रहे हैं।