नेपाल। हाल ही में नेपाल में भीषण विमान हादसा हो गया था। बताया जा रहा है इस हादसे में कुल 71 लोगों की मौत हो गई थी। यह हादसा इतना भीषण था कि कोई भी नहीं बचा था, लोग और विमान पूरी तरह से जल चुके थे। बताया जा रहा है कि नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने पहुंचे हैं। हालांकि, अब तक इसके कारण का पता नहीं लग पाया है। इसके लिए एक अलग जांच कमेटी बनाई गई है। नेपाल में हुए इस हादसे में पांच भारतीयों समेत कुल 71 लोग मारे गए थे। यति एयरलाइंस के 9N-ANC ATR-72 विमान ने काठमांडू के त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से रविवार सुबह 10:33 बजे उड़ान भरी और उतरने से कुछ मिनट पहले पुराने हवाई अड्डे और नए हवाई अड्डे के बीच सेती नदी के तट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसा इतना भयावह था कि किसी भी शव को पहचान पाना काफी मुश्किल था।
इसलिए पोस्टमॉर्टम के बाद शवों का डीएनए टेस्ट कराया गया और फिर उन्हें उनके परिवारों को सौंप दिया गया। इसी वजह से शवों को सौंपने में देरी हुई थी। इसके बाद जांच कमेटी ने इस विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया है। इस बॉक्स के जरिए पता लगाया जाएगा कि आखिर विमान का हादसा किस तकनीकी कारण से हुआ है। नेपाल सेना ने डीएओ (जिला प्रशासन कार्यालय) के माध्यम से नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के अधिकारियों को उड़ान डेटा रिकॉर्डर और विमान का ब्लैक बॉक्स सौंप दिया है। नेपाल सरकार ने विमान हादसे की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया। पूर्व विमानन सचिव नागेंद्र घिमिरे की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय समिति को 45 दिनों के भीतर इस हादसे की रिपोर्ट देने को कहा गया है। दुर्घटनाग्रस्त हुए एटीआर-72 विमान में ट्विन टर्बोप्रॉप इंजन है, जिसका निर्माण एटीआर ने फ्रांस और इटली की सहायता से किया है।