ताइपे। चीनी सेना ने बड़े पैमाने पर युद्ध अभ्यास शुरू किया है। चीन ताइवान (Taiwan) की ओर युद्धक विमान और नौसेना के जहाज भेज रहा है। चीन और ताइवान दोनों के रक्षा मंत्रालयों ने इस बात की पुष्टि की है। अभ्यास सोमवार की सुबह ताइवान में जर्मन सांसदों के एक समूह की यात्रा के साथ हुआ है। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मैरी-एग्नेस स्ट्राक जिम्मरमैन कर रही हैं, जो जर्मन संसद की रक्षा समिति का नेतृत्व करती हैं। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि चीनी युद्धक विमानों और नौसेना के पोतों पर निगरानी की जा रही है। मंत्रालय ने आगे कहा कि चीन की तरफ से की जा रही कार्रवाई ने ताइवान के आसपास के जल क्षेत्र में शांति और स्थिरता को गंभीर रूप से बाधित किया है। जर्मन सांसद ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन के साथ-साथ देश की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रमुख और मेनलैंड अफेयर्स काउंसिल से मिलेंगे।
चीन ने हाल के वर्षों में लगभग हर दिन युद्धक विमान या नौसेना के जहाजों को भेजकर ताइवान की सेना पर दबाव बढ़ा दिया है। ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने सोमवार सुबह एक बयान में कहा कि रविवार सुबह 6 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे के बीच 24 घंटे के दौरान, चीन की सेना ने 57 युद्धक विमानों और चार जहाजों को ताइवान भेजा है। उनमें से 28 विमानों ने ताइवान जलडमरू मध्य की रेखा को पार किया है। दिसंबर के अंत में चीन ने ताइवान की ओर रिकॉर्ड 71 विमान और 7 जहाज भेजे, जो 2022 में इस तरह का सबसे बड़ा अभ्यास था। ताइवान बुधवार से अपने वार्षिक दो दिवसीय सैन्य अभ्यास का आयोजन करेगा। अभ्यास का मकसद रक्षा क्षमताओं की तैयारियों को परखना और उनका प्रदर्शन करना है।