काबुल। अफगानिस्तान की सत्ता में वापसी करने वाला तालिबान अब अमेरिका से दुश्मनी निभाने लगा है। तालिबान ने अमेरिका को अफगान हवाई क्षेत्र में ड्रोन के संचालन के खिलाफ चेतावनी दी है अंजाम भुगतने को तैयार रहने को कहा है। तालिबान ने संयुक्त राज्य अमेरिका से अफगानिस्तान हवाई क्षेत्र में ड्रोन का संचालन बंद करने के लिए कहा है। साथ ही धमकी देते हुए ये भी कहा कि उसे अगर किसी नकारात्मक परिणामों से बचना है तो इसका पालन करना ही होगा बता दें कि तालिबान का यह बयान आतंकियों पर जब अमेरिका ने ड्रोन हमला किया था, उस सन्दर्भ में है मगर इस हमले में निर्दोष मारे गए थे।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने अमेरिका के कदम को राष्ट्रीय सुरक्षा का उल्लंघन करार देते हुए सभी देशों से कहा कि वे आपसी दायित्वों के अनुसार काम करें,वरना अंजाम भुगतने को तैयार रहे। अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात (आईईए) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, सभी देश अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अपने देशों की क्षेत्रीय हवाई संप्रभुता के एकमात्र मालिक हैं। इसलिए इस्लामिक अमीरात, अफगानिस्तान की एकमात्र कानूनी इकाई के रूप में अफगानिस्तान की भूमि हवाई क्षेत्र का संरक्षक है।
बयान में कहा गया है कि हमने हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका को दोहा, कतर में इस्लामिक अमीरात के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय अधिकारों, कानून संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन करते हुए देखा, क्योंकि अफगानिस्तान के पवित्र हवाई क्षेत्रों पर अमेरिकी ड्रोन से हमला किया जा रहा है इन उल्लंघनों को रोका जाना चाहिए। पिछले महीने अमेरिका ने काबुल में ड्रोन हमले से ISIS-K के आतंकवादियों को निशाना बनाया, जिसमें सात बच्चों सहित 10 नागरिक मारे गए। मगर बाद में पता चला कि उसमें आतंकी नहीं मारे गए, बल्कि निर्दोष मारे गए। सच सामने आने के बाद इस महीने की शुरुआत में अमेरिका ने इस दुखद गलती के लिए माफी मांगी भी मांगी।