संयुक्त राष्ट्र। विश्व निकाय के महासचिव एंतोनियो गुटेरस के प्रवक्ता ने कहा है कि भारत द्वारा इस साल की शुरुआत में शांति रक्षकों के लिए दान किए गए कोविड-19 रोधी टीकों का भंडार खत्म हो गया है। प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि यूएन को चीन से कोविड-19 रोधी टीकों की 3,00,000 खुराक दान में मिली है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता ने कहा, चीन का यह दान बहुत ही महत्वपूर्ण समय में किया गया है क्योंकि इस साल मार्च में भारत सरकार द्वारा दान दिए गए टीकों का भंडार खत्म हो गया है। भारत ने यूएन के सभी मिशनों में उसके शांति रक्षकों के लिए कोविड-19 रोधी टीकों की 2,00,000 खुराक भेंट की थी।
भारत, संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा मिशनों में सबसे अधिक सैनिक भेजने वाले देशों में से एक है। चीन में सिनोफार्म द्वारा निर्मित टीकों को इस साल की शुरुआत में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आपात इस्तेमाल के लिए सूचीबद्ध किया था और इसे संयुक्त राष्ट्र कर्मियों तथा शांति रक्षकों को दिया जाएगा। ऑस्ट्रेलिया के दूसरे सबसे बड़े शहर मेलबोर्न में लोगों ने कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन लगाने के विरोध में शनिवार को रैली निकाली। इस दौरान हुए प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने मिर्च स्प्रे का छिड़काव भी किया। यहां रिचमंड उपनगर में करीब 1,000 प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान मामूली झड़पों की खबरें भी हैं। कई प्रदर्शनकारी गिरफ्तार किए गए हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सोमालिया के राजनीतिक संकट पर आपात सत्र बुलाया है। सोमालिया में गहराते संकट से चुनाव प्रक्रिया लंबित होने तथा पूर्व अफ्रीकी क्षेत्र के और अस्थिर होने की आशंका है। यूएन में ब्रिटिश राजदूत बारबरा वुडवर्ड ने सोमालिया के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के बीच बढ़ते तनाव पर गहरी चिंता प्रकट की।
वुडवर्ड ने कहा कि बढ़ते तनाव से चुनावी प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है और देश में अल-शबाब आतंकवादियों से लेकर अन्य चुनौतियों के साथ ही एक संवैधानिक संकट जन्म ले सकता है। इससे पहले राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल्लाही मोहम्मद ने कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोहम्मद हुसैन रोबल के अधिकारियों को नियुक्त करने तथा हटाने के अधिकार को निलंबित कर दिया है। यह दोनों नेताओं के तेजी से बिगड़ते रिश्तों में टकराव का ताजा मामला है।