काबुल। तालिबान ने सोमवार को घोषणा की कि उसने अफगानिस्तान के आखिरी प्रांत पंजशीर पर ‘पूर्ण जीत’ हासिल कर ली है, जहां उसे अहमद मसूद के नेतृत्व वाले प्रतिरोध बलों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा हालांकि, प्रतिरोध बलों ने इस दावे का विरोध किया।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भाड़े के दुश्मनों का अंतिम गढ़ पंजशीर प्रांत पूरी तरह से जीत लिया गया है।’’ सोशल मीडिया पर पोस्ट की गयी तस्वीरों में पंजशीर में तालिबानी झंडा लहराता हुआ नजर आ रहा है। तालिबान ने भी कुछ तस्वीरें जारी की हैं, जिनमें बताया गया है कि उसके लड़ाके पंजशीर की राजधानी बाजारक में हैं।
प्रवक्ता ने कथित तौर पर पाकिस्तानी विशेष बलों द्वारा सहायता प्राप्त तालिबान और प्रतिरोधी बलों के बीच रात भर चली भीषण लड़ाई के बाद प्रांत पर कब्जे का दावा किया है।
कई रिपोर्टों के अनुसार, खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद कथित तौर पर पंजशीर में लड़ाई में तालिबान की मदद कर रहे हैं। लेफ्टिनेंट जनरल फैज पिछले तीन दिन से काबुल में हैं। बताया जा रहा है कि वह तालिबानी नेताओं के आमंत्रण पर यहां आये हैं।
पंजशीर में प्रतिरोध बलों के नेताओं को निशाना बना कर हवाई हमले किये जाने की भी रिपोर्ट मिली हैं। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, कथित तौर पर पाकिस्तानी सेना द्वारा संचालित हेलिकॉप्टरों और ड्रोन द्वारा हवाई हमले किये गये थे।
इसके साथ ही अफगानिस्तान के सभी 34 प्रांतों पर तालिबान का नियंत्रण हो गया है और अब उम्मीद की जा रही है कि वे अपनी सरकार के गठन की घोषणा करेंगे।
रिपोर्टों के अनुसार, पंजशीर में प्रतिरोध की लड़ाई के कारण अन्य पड़ोसी प्रांतों में भी परिस्थितियां तालिबान के प्रतिकूल बन रही थी, जिसकी वजह से वह अपनी सरकार के गठन की घोषणा नहीं कर पा रहा था।
नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट ने एक ट्वीट में दावा किया कि तालिबान का पंजशीर पर कब्जा करने का दावा ‘झूठा’ है। उसने कहा कि एनआरएफ बल लड़ाई जारी रखने के लिए घाटी भर में सभी रणनीतिक स्थानों पर मौजूद हैं। हम अफगानिस्तान के लोगों को विश्वास दिलाते हैं कि तालिबान और उनके सहयोगियों के खिलाफ संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक इंसाफ और आजादी नहीं मिलती।