इस्लामाबाद। पाकिस्तान में इमरान खान के फोन के इजरायली जासूसी साफ्टवेयर पेगसास के जरिए हैक होने की खबर से बवाल मचा हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एनएसओ ग्रुप के जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस के संभावित टारगेट्स में इमरान खान भी शामिल पाकिस्तान ने इस पर गंभीर चिंता जाहिर करते हुए संयुक्त राष्ट्र (यूएन) से मांग की है कि पूरे मामले की व्यापक जांच कराई जाए। हैं। पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री फर्रुख हबीब ने मंगलवार को संदेह जताया कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के कार्यकाल में इमरान खान का फोन हैक हुआ था। हबीब ने कहा कि ऐसी आशंका है कि नवाज शरीफ ने भारत के प्रधानमंत्री और अपने 'दोस्त' नरेंद्र मोदी के जरिए इजरायली साफ्टवेयर की मदद से इमरान खान का फोन हैक कराया।
भारत की ओर से कथित तौर पर इस स्पायवेयर के इस्तेमाल को लेकर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा है, 'हमने उन अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट्स को गंभीरता के साथ देखा है, जिनमें भारत सरकार की ओर से इजरायली स्पायवेयर की मदद से अपने नागरिकों, विदेशियों और प्रधानमंत्री इमरान खान की जासूसी कराए जाने को उजागर किया गया है।'
पाकिस्तान ने इसे भारत सरकार की ओर से समर्थित बताते हुए कहा है कि यह सर्विलांस और जासूसी वैश्विक नियमों और जिम्मेदार राज्य के व्यवहार का उल्लंघन है। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के संबंधित अंगों से पूरे मामले की जांच करके दोषियों को दंडित करने की अपील की है। भारत ने पहले ही इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा है कि यह भारतीय लोकतंत्र को बदनाम करने का प्रयास है।