नई दिल्ली। दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गुरुवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। फ्लाई दुबई और बहरीन स्थित गल्फ एयर के विमान इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टैक्सीवे पर एक-दूसरे से टकरा गए। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। फ्लाई दुबई ने कहा कि किर्गिस्तान जाने वाले उसका बोइंग 737-800 में से एक विमान एक छोटी दुर्घटना का शिकार हो गया। इस वजह से उसे लौटने पर मजबूर होना पड़ा।
फ्लाई दुबई ने कहा कि यात्रियों ने बाद में जाने में वाली फ्लाइट के जरिए उड़ान भरी, जो घटना के छह घंटे बाद रवाना हुई। एयरलाइन ने कहा कि फ्लाई दुबई अधिकारियों के साथ मिलकर घटना की जांच करेगी। इसने कहा कि टक्कर की वजह से विमान का विंगटिप क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं, गल्फ एयर ने कहा कि उसका एक विमान एक दूसरी एयरलाइन के विमान से टकरा गया। इससे उसके विमान के पिछले हिस्से को नुकसान पहुंचा है। हालांकि, गल्फ एयर ने ये नहीं बताया कि टक्कर में शामिल दूसरा विमान कौन सा था। लेकिन कहा कि ये सभी यात्रियों को उनके डेस्टिनेशन तक पहुंचाने के लिए काम कर रहा है।
कुछ घंटे के लिए बंद करना पड़ा रनवे
गल्फ एयर दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से यात्रियों को मनामा (Manama) में बहरीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Bahrain International Airport) पर अपने हब पर ले जाती है। दुबई एयरपोर्ट ने कहा कि 22 जुलाई की सुबह डीएक्सबी में एक घटना हुई जिसमें दो यात्री विमान शामिल थे। एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने कहा, इस वजह से एक रनवे को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया, ताकि घटना से तेजी से निपटा जा सके। डीएक्सबी पर ऑपरेशन प्रभावित नहीं हुआ और दो घंटे के बाद रनवे को फिर से खोल दिया गया। गल्फ एयर ने 5 जुलाई से निर्धारित फ्लाइट ऑपरेशन के साथ अबू धाबी और दुबई की सीधी उड़ानें फिर से शुरू कीं। एयरलाइन 1954 से बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात के बीच सीधी उड़ानें संचालित कर रहा है।
दुबई के पर्यटन उद्योग को कोरोना से हुआ नुकसान
दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट दुनिया का सबसे बिजी एयरपोर्ट है। लेकिन कोरोनावायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) की वजह से यहां पर विमानों के ऑपरेशन में कमी देखने को मिली है। दुनियाभर में वायरस की वजह से पर्यटन उद्योग को खासा नुकसान हुआ है और दुबई भी इससे अछूता नहीं रहा है। यहां पर बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने के लिए पहुंचते हैं। लेकिन वायरस की वजह से अब पर्यटकों की संख्या में कमी देखने को मिली है। यही वजह है कि एयरपोर्ट पर भी विमानों की संख्या में गिरावट हुई है।