मॉस्को। अफगानिस्तान से विदेशी सैनिकों की वापसी के बीच उत्पन्न स्थिति पर चर्चा के लिए अफगानिस्तान और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों के बीच अगले बुधवार को ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में एक बैठक होगी। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने संवाददाताओं को बताया कि एससीओ-अफगानिस्तान संपर्क समूह की एक बैठक 14 जुलाई को होगी। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव इसमें भाग लेंगे। विदेश मंत्रालयों के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विस्तृत चर्चा करेंगे और निश्चित रूप से प्राथमिकता पर ध्यान देंगे। अफगानिस्तान से विदेशी सैन्य टुकडियों की वापसी के परिप्रेक्ष्य में देश की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जायेगा।
अफगानिस्तान सरकारी सुरक्षा बलों और तालिबान (रूस में प्रतिबंधित) के बीच टकराव में फंसा हुआ है, जिन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में महत्वपूर्ण इलाकों पर कब्जा कर लिया है और बड़े शहरों के खिलाफ आक्रामक अभियान शुरू कर दिया है। देश से विदेशी सैनिकों की वापसी पूरी होने के करीब पहुंचने के साथ ही तनाव बढ़ गया है। हाल के दिनों में, तालिबानी आतंकवादियों से बचकर हजारों अफगानिस्तानी सैनिक पड़ोसी देश ताजिकिस्तान भाग गये हैं। तालिबान ने अफगान-ताजिक सीमा के 70 प्रतिशत से अधिक हिस्से पर कब्जा कर लिया है।
अफगानिस्तान के साथ सीमा साझा करने वाले उज्बेकिस्तान ने सीमा पार करने की कोशिश कर रहे अफगान सैनिकों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन (सीएसटीओ) में ताजिकिस्तान के प्रतिनिधि खसान सुल्तानोव ने संगठन की स्थायी परिषद की बैठक में कहा कि दुशांबे के लिए अकेले अफगानिस्तान से आने वाली चुनौतियों का सामना करना मुश्किल होगा, इसलिए उसने सीएसटीओे के अपने सहयोगी देशों से मदद मांगी है।