वाशिंगटन। सर्च इंजन Google के खिलाफ अमेरिका के 36 राज्यों और जिले कोलंबिया ने संघीय अदालत में मुकदमा दर्ज किया है। Google पर आरोप है कि उसने अपने मोबाइल एप स्टोर का दुरुपयोग करते हुए अपने बाजार की शक्ति को बढ़ाया है। सॉफ्टवेयर डेवलेपर्स कड़े नियम-शर्तो के तहत गूगल की मनमानियों के कारण कानूनी चुनौतियों का शिकार हो रहे हैं। Google के खिलाफ अक्टूबर के बाद से अब तक संघीय अदालत में 'कंपनियों का सामान ऊंचे दामों में बेचने के अविश्वास कानून' के तहत य चौथा मुकदमा है। हालांकि इससे पहले, कंपनी के बेहद कमाऊ एप स्टोर को लेकर उटा, नार्थ कैरोलीना, न्यूयार्क और टेनेसी के नेतृत्व में कैलीफोर्निया के उत्तरी जिले में स्थित एक संघीय अदालत में केस दर्ज हुआ है।
Google के खिलाफ इस मामले को लाने वाले Mobile App के डेवलपर्स का कहना है कि यह अमेरिकी कंपनी अपनी ही प्रणाली के जरिये उनके उत्पादों को लेकर कुछ रकम वसूलती है। Google की यह प्रणाली कई ट्रांजैक्शन होने पर उसका करीब 30% शुल्क लेती है। इसके चलते डेवलेपर्स को भी अपने सेवाएं ऊंचे दामों में देनी पड़ती हैं। इस मुकदमे में इन सब चिंताओं का जिक्र करते हुए कहा गया कि गूगल ने अपने एंड्रायड स्मार्ट आपरेटिंग सिस्टम में मोबाइल एप्स के वितरण पर उसके पूरा नियंत्रण होने की शिकायत की है। अमेरिकी कंपनी के इसी प्रतिस्पर्धा रोधी बर्ताव के कारण गूगल प्ले स्टोर मार्केट शेयर 90 फीसद से अधिक हो गया है। उसे किसी से कोई खतरा नहीं है और बाजार में उसकी अत्यधिक प्रतिस्पर्धा है। Google ने इस मुकदमे को निराधार बताते हुए कहा कि अटार्नी जनरल ने प्रतिपक्षी एपल स्टोर पर नहीं बल्कि उसके Play Store पर प्रहार किया है। Google की पब्लिक पालिसी के सीनियर डायरेक्टर विलियम व्हाइट ने कहा कि यह मुकदमा किसी छोटे लड़के को बचाने या उपभोक्ता के संरक्षण के लिए नहीं है। यह कुछ प्रमुख एप डेवलेपर्स के बारे में है, जो गूगल प्ले का लाभ बिना कोई कीमत चुकाए उठाना चाहते हैं