29 Mar 2024, 01:26:53 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
news » National

Pfizer, Moderna की Vaccine ने कोरोना के खतरे को 91% कम किया, जानें पूरी ख़बर

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jul 7 2021 7:29PM | Updated Date: Jul 7 2021 7:31PM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

वाशिंगटन। अमेरिका में किए गए एक अध्ययन के अनुसार जिन लोगों ने Pfizer and Moderna के कोरोना टीकों की डोज ली हैं उनमें यह बीमारी होने की संभावना 91% तक कम होती है। अध्ययन के अनुसार ये Vaccine लोगों में लक्षणों की गंभीरता और संक्रमण अवधि को भी कम करते हैं। यह अध्ययन 30 जून को 'New England Journal of Medicine' में प्रकाशित हुआ है। Pfizer और Moderna के m-RNA Vaccine में लोगों की कोशिकाओं के लिए सार्स-सीओवी -2 की Spike Protein बनाने के वास्ते Genetic शक्ति होती हैं। Spike Protein के माध्यम से ही वायरस मानव कोशिकाओं में पहुंचता है और उसे संक्रमित करता है। अध्ययन में कहा गया है, 'हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली तब स्पाइक प्रोटीन के खिलाफ एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का निर्माण करती है, और यह सीखती है कि अगर भविष्य में हम संक्रमित होते हैं तो तो कोरोना वायरस से कैसे लड़ें।
 
'इस अध्ययन के बारे में एक अनोखी बात यह है कि इसने टीकों के दूसरे लाभों के बारे में विचार किया।' अग्रिम मोर्चे के कíमयो, चिकित्सकों और नर्सो के बीच संक्रमण के खतरे और दरों को मापने के लिए यह अध्ययन किया गया। UN ने कहा, 'ये वे लोग हैं जो दिन-प्रतिदन वायरस के संपर्क में आ रहे हैं, और टीकों ने उन्हें इस बीमारी से बचा लिया। जो लोग Vccination के बावजूद दुर्भाग्य से कोरोना  से संक्रमित हुए, वे अभी भी उन लोगों की तुलना में बेहतर थे जिन्होंने Vaccination नही कराया।
 
अध्ययन में पाया गया कि दूसरी डोज के 2 हप्‍ते बाद प्रतिभागियों को 'पूरी तरह से' टीका लगाए जाने के बाद एमआरएनए कोविड-19 टीके संक्रमण के जोखिम को कम करने में 91 प्रतिशत प्रभावी थे। अध्ययन में यह भी पाया गया कि टीके की पहली डोज लिए जाने के दो सप्ताह बाद 'आंशिक' टीकाकरण से संक्रमण का जोखिम कम करने में 81 प्रतिशत प्रभावी हैं। अध्ययन में 3,975 प्रतिभागियों को शामिल किया गया। प्रतिभागियों ने 13 दिसंबर, 2020 और 10 अप्रैल, 2021 के बीच 17 सप्ताह के लिए साप्ताहिक आधार पर कोविड-19 परीक्षण के लिए नमूने दिये। प्रतिभागियों में से केवल 204 (पांच प्रतिशत) अंतत: वायरस सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित पाए गए और यही वायरस कोविड-19 का कारण बनता है। इनमें से 156 का टीकाकरण नहीं हुआ था, 32 के बारे में टीका लगाए जाने को लेकर अनिश्चित स्थिति थी, और 16 को पूरी तरह या आंशिक रूप से टीका लगाया गया था।
 
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »